LatestNewsगिरिडीहझारखण्डराज्य

तिसरी पहुंचा मरांग बुरु सरना धोरोम एभेन सागाड आदिवासी जन जागृति रथ

  • अदिवासी समाज में जागरूकता लाने के लिए गांव गांव कर रहे है भ्रमण

गिरिडीह। जैनियो के पवित्र स्थल पारसनाथ से चलकर मरांग बुरु सरना धोरोम एभेन सागाड नामक आदिवासी जन जागृति रथ शुक्रवार को तिसरी पहुंचा। तिसरी प्रखंड के पुराना ब्लॉक के सामने पहुंचे जन जागृति रथ के पहुंचने पर आदिवासी संथाल सुसर बेसी के केंद्रीय सचिव अरबिंद मुर्मू के नेतृत्व में गांव की सैकड़ों महिलाओं व पुरुषों ने आदिवासी रीति रिवाज से स्वागत किया। इसके बाद बुटबरिया रोड के बगल में बूढ़ीथान में सभी आदिवासी महिला पुरुष ने विधि विधान से पूजा की। इस दौरान मांगदर की थाप पर गांव की युवती, महिला एवं पुरुष ने संथाली गीत गाते हुए नृत्य प्रस्तुत किया।

मौके पर जन जागृति रथ में आए जिला कमिटी के उपाध्यक्ष बुधन हेंब्रम ने कहा कि हमलोग का मुख्य उद्देश्य दिनों दिन आदिवासी समाज के मिटते अस्तित्व को बचाना है। आदिवासी समाज का जहां जहां धर्म स्थान है वहां पर दूसरे धर्म के लोग कब्जा कर रहे है। 5 जनवरी 2023 को झारखंड सरकार एवं केंद्र सरकार जैन धर्म के पक्ष लिख दिए है। पारसनाथ तर्थ स्थल पर जैन समुदाय के लोग जबरन अपना बता रहे है जो कभी जैन समुदाय का था ही नहीं।

वहीं आदिवासी संथाल सुसर बेसी के केंद्रीय सचिव अरविंद मुर्मू ने कहा कि जन जागृति रथ तिसरी प्रखंड पहुंचा है जो गांव गांव जाकर आदिवासी समाज को जागृत करेंगे। कहा कि आदिवासी भाइयों को कुछ लालच एवं नाना प्रकार के प्रलोभन देकर दूसरे धर्म में धर्मातरण करा रहे है। आदिवासी समाज के लोग उनके प्रलोभन में नही फसेंगे और अपने धर्म को छोड़कर दूसरे धर्म को नही अपनायेंगे।
मौके पर आदिवासी महिला मोर्चा की अध्यक्षा संलिता मुर्मू, गंगा राम टुडू, अविनाश हंसदा, महेश टुडू, मुकेश हंसदा, बजरंगी मुर्मू रमेश मुर्मू आदि सैकड़ों महिला पुरुष मोजूद थे।

Please follow and like us:
Show Buttons
Hide Buttons