उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई कोविड वैक्सीनेशन व टेस्ट को लेकर बैठक संपन्न
- सभी अधिकारियांे को दिये गये आवश्यक दिशा-निर्देश
- लोगों को चिन्हित कर वैक्सीनेशन के लिए करें प्रेरित
- जिले मे जांच किट और वैक्सीन है उपलब्ध
कोडरमा। समाहरणालय सभागार में उपायुक्त आदित्य रंजन की अध्यक्षता में कोविड वैक्सीनेशन और टेस्ट को लेकर बैठक आहूत की गयी। उपायुक्त आदित्य रंजन ने कोविड वैक्सीनेशन व टेस्ट को लेकर कई दिशा-निर्देश दिये। उन्होने कहा कि कैंप लगाकर शत-प्रतिशत लाभार्थियों को वैक्सीनेट करें। वैसे लाभार्थी, जिन्होने कोविड का प्रथम डोज ले लिया है औऱ दूसर डोज नहीं लिया है, वैसे लाभार्थियों को ट्रैकिंग करते हुए वैक्सीन लगाने हेतु प्रेरित करें।
उपायुक्त ने उप विकास आयुक्त व अनुमंडल पदाधिकारी को एनजीओ व बैंक के साथ बैठक करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, जिला आपूर्ति पदाधिकारी को जन वितरण प्रणाली के विक्रेता, जिला शिक्षा पदाधिकारी को स्कूल के टीचर, प्रखंड विकास पदाधिकारी को मुखिया एवं पंचायत समिति के साथ बैठक करके लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने जिलावासियों से अपील करते हुए कहा कि वैसे लाभार्थी जिन्होंने वैक्सीन नहीं लिया..वे जिम्मेदार नागरिक का दायित्व निभाते हुए कोविड का टीका जरुर लें। साथ की कोविड अनुरुप व्यवहार का अनुपालन अवश्य करें।
कोडरमा जिले में अभी कोवैक्सीन के 3160 डोज है। वहीं कोविशील्ड के 21170 डोज है। जिले के अंदर 50 सेंटरों में प्रति सेंटर 100 लोगों को वैक्सीन लगायी जा रही है। यानि जिले में प्रत्येक दिन 5000 लोगों को वैक्सीन लगायी जा रही है। ऐसे में जिले के अंदर कोवैक्सीन का डोज 1 दिन के लिए भी पर्याप्त नहीं है, वहीं कोविशील्ड की बात करें तो केवल 4 दिन के ही डोज बचे हुए है। जबकि टेस्ट किट के रूप में आरटी पीसीआर 68800 एंटीजन किट 16450 एवं ट्रूनेट की व्यवस्था 300 कीट है। जबकि प्रतिदिन जिले के अंदर 500 लोगों की कोरोना जांच की जा रही है। अभी कोडरमा में जांच के लिए 170 दिनों तक के लिए किट उपलब्ध है तो कोरोना मरीज के लिए 180 बेड उपलब्ध है। जिला प्रशासन लोगों को जागरुक करने में लगा हुआ है, जिससे संभावित तीसरी लहर से लोगों को बचाया जा सके।
बैठक में उप विकास आयुक्त लोकेश मिश्रा, अपर समाहर्ता अनिल तिर्की, अनुमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार, सिविल सर्जन डॉ डीपी सक्सेना, जिला परिवहन पदाधिकारी भागीरथ प्रसाद, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी आरती कुमारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी शिवनंदन बड़ाईक व अन्य मौजूद थे।