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टमाटर की जैविक खेती कर रहे किसानों को मिलेगा केसीसी: एलडीएम

टमाटर की जैविक खेती का विजिट करने पहुंचे थे एलडीएम व नाबार्ड के डीडीएम

गिरिडीह। टमाटर की जैविक खेती कर रहे किसानों को शीघ्र किसान क्रेडिट कार्ड दिया जाएगा। उक्त बातें अग्रणी जिला प्रबंधक रविन्द्र कुमार सिंह ने बुधवार को कही। उन्होंने कहा कि अच्छे किसानों को अच्छी खेती के लिए कभी पैसों की कमी नहीं होगी। वो नाबार्ड और आइडिया के सहयोग से जमुआ प्रखंड में गठित एफपीओ पर्णहरित प्रोड्यूसर कम्पनी और जमुआ फार्मर्स प्रोड्यूसर कम्पनी के किसानों द्वारा कर रहे टमाटर की जैविक खेती का विजिट करने गए थे। उनके साथ नाबार्ड गिरिडीह के डीडीएम आशुतोष प्रकाश और बैंक ऑफ इंडिया जमुआ के शाखा प्रबंधक वसीम अकरम भी साथ थे। डीडीएम आशुतोष प्रकाश ने कहा कि एफपीओ के द्वारा किसानों को संगठित कर वैज्ञानिक तरीके से खेती कर मात्र एक साल में किसानों को लखपति बनाया जाएगा।

किसानों को आगे बढ़ाने के लिए सरकार व बैंक तत्पर

उन्होंने कहा कि अच्छे किसानों को आगे बढ़ाने के लिए बैंक और सरकार तत्पर है। शाखा प्रबंधक वसीम अकरम ने कहा कि टमाटर की खेती कर रहे किसानों को शीघ्र केसीसी दिया जाएगा। तीनों पदाधिकारियों ने चचघरा और नईटाँड़ में टमाटर की नर्सरी का विजिट किया और एफपीओ के कार्यों की सराहना की। कहा कि किसान संगठित होकर इस तरह काम करेंगे तो बाजार स्वतः गाँव में आएगा। मौके पर पर्णहरित प्रोड्यूसर कम्पनी के डायरेक्टर सुरेश वर्मा, जमुआ एफपीओ के डायरेक्टर दीपक वर्मा, शंकर वर्मा सीईओ राजेश वर्मा, सीईओ सुनील कुमार, शंकर वर्मा सहित कई किसान मौजूद थे। विदित हो कि गोविंदपुरा, नईटांड़ व चरघरा तीन संकुल के 25 एकड़ में किया जा रहा है। टमाटर की जैविक खेती जो जमुआ सहित जिले भर के किसानों के लिए प्रेरक है।

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