नबंवर के पहले हफ्ते देवघर से शुरू होगी हवाई सेवा : पुरी
निर्माणाधीन देवघर एयरपोर्ट का जायजा लेने पहुंचे केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री/ राज्य सरकार व एयरपोर्ट ऑथोरिटी के ज्वाइंट वेंचर से हवाई अड्डा के समीप बनेगी एयरोसिटी/ एयरपोर्ट के अंदर होंगी स्थानीय आदिवासी कला, हस्तशिल्प व स्थानीय पर्यटन स्थलों की तस्वीरें
देवघर। नवंबर के प्रथम सप्ताह से देवघर से हवाई सेवाएं शुरू हो जायेंगी। कोरोना संकट के कारण इस काम में थोड़ा विलंब हुआ है। यह बात शनिवार को केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री हरदीप सिंह पुरी (स्वतंत्र प्रभार) ने कही। उन्होंने एयरपोर्ट परिसर में पूरे हो चुके और चल रहे कार्यों का निरीक्षण कर हवाई अड्डा परिसर में पौधारोपन किया। साथ ही उन्होंने टर्मिनल भवन, एटीसी टावर, फायर स्टेशन, पावर स्टेशन, ऐयरपोर्ट स्टेशन की चहारदीवारी के पूरे हो चुके कार्यों का जायजा लिया। केंद्रीय मंत्री ने हवाई अड्डा परिसर में बिजली, पानी, संचार सेवा, पुलिस पोस्ट, ड्रेनेज सिस्टम और अन्य सुविधाओं को लेकर एयरपोर्ट ऑथोरिटी के अधिकारियों को आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश दिया।
देवघर आगमन के बाद उनका स्वागत निर्माणाधीन देवघर एयरपोर्ट पर गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे, उपायुक्त कमलेश्वर प्रसाद सिंह, एसपी पीयुष पांडे व वरीय अधिकारियों ने बुके देकर किया। केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री ने कहा कि बाबा नगरी देवघर में हर साल करोड़ों श्रद्धालु पहुंचते हैं। पर्यटन और आध्यात्म के दृष्टिकोण से यह स्थान काफी महत्वपूर्ण है। अभी तक यहां आने के लिए रेल मार्ग और सड़क मार्ग ही एक मात्र विकल्प हुआ करता था। अब हवाई सेवा शुरू होने से श्रद्धालुओं व पर्यटकों की आवागमन सुविधा बढ़ेगी।
सचिव स्तरीय बैेठक के बाद घोषित होगी उड़ान की तिथि
मंत्री श्री पुरी ने कहा कि जल्द ही दिल्ली में संबंधित विभाग व सचिव स्तर की बैठक कर विमानों के परिचालन और उड़ान शुरू होने की तिथि घोषणा कर दी जायेगी। हवाई अड्डे के आसपास रोजगार व व्यवसाय को बढ़ाने के लिए एयरपोर्ट परिसर के समीप राज्य सरकार व एयरपोर्ट ऑथोरिटी के ज्वाइंट वेंचर से एयरोसिटी बनायी जाएगी।
एयरोसिटी के लिए पूर्व में प्रस्ताव बनाया गया था, जिसे लेकर एयरपोर्ट ऑथोरिटी के अध्यक्ष को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि यूपी के कुशीनगर एयरपोर्ट को इंटर नेशनल बनाया जाएगा। सोनभद्र, अयोध्या और चित्रकूट में नये हवाई अड्डे बनाये जाएंगे। लॉकडाउन के कारण हवाई सेवा थोड़ी बाधित हुई है। मंत्रालय ने घरेलू विमान से 300 विलियन आय का लक्ष्य रखा था, इसमें कमी आयी है जिसे शीघ्र ही 400 विलियन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 2014 से प्रधानमंत्री लगातार मिशन के तहत गरीबों को राहत पहुंचाने में लगे हैं। 2022 तक भारत में एक भी छत विहीन लोग नहीं होंगे।
देवघर एयरपोर्ट में होंगी ये खूबियां
देवघर एयरपोर्ट 657 एकड़ भूमि में फैला होगा और इसका टर्मिनल भवन 5130 स्क्वेयर मीटर क्षेत्र में बनाया जा रहा है। मंत्री श्री पुरी ने बताया कि 2500 मीटर लंबे रनवे के साथ ये एयरपोर्ट एयरबस 320 विमानों के ऑपरेशन के लिए बिल्कुल उपयुक्त रहेगा। टर्मिनल बिल्िंडग में छह चेक-इन काउंटर होंगे। एक आगमन प्वाइंट और भीड़भाड़ की स्थिति में 200 यात्रियों को संभालने की क्षमता होगी। एयरपोर्ट का डिजाइन पर्यावरण के अनुकूल और अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं से लैस होगा। टर्मिनल बिल्िंडग का डिजाइन बाबा बैद्यनाथ मंदिर के शिखर से प्रेरित होगा। एयरपोर्ट के अंदर स्थानीय आदिवासी कला, हस्तशिल्प और स्थानीय पर्यटन स्थलों की तस्वीरें दिखाई जाएंगी, जो इस क्षेत्र की संस्कृति को दर्शाती हैं।
निर्माणाधीन देवघर एयरपोर्ट का जायजा लेने पहुंचे मंत्री के साथ नागरिक उड्डयन मंत्रालय भारत सरकार के सचिव प्रदीप सिंह खोरोला, एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ एयरपोर्ट इंडिया के चेयरमैन अरविंद सिंह, एयरपोर्ट्स ऑथोरिटी ऑफ एयरपोर्ट इंडिया के ईडी इंजीनियर एस श्रीकुमार, रांची के एयरपोर्ट डायरेक्टर विनोद कुमार शर्मा, देवघर अपर समाहर्ता चंद्रभूषण प्रसाद सिंह, एसडीओ दिनेश कुमार यादव, प्रशिक्षु आईएएस संदीप मीणा, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी उमाशंकर प्रसाद, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रवि कुमार, एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ एयरपोर्ट इंडिया के संबंधित अधिकारी, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी रोहित कुमार विद्यार्थी आदि उपस्थित थे।