LatestNewsगिरिडीहझारखण्डहेल्थ

गर्भवती महिलाओं को अब चैताडीह मातृत्व शिशु स्वास्थ इकाई तक पहुंचने में नहीं होगी परेशानी

जिला स्वास्थ समिति की बैठक में 63 लाख के लागत से नए सिरे से सड़क निर्माण की मिली स्वीकृति
शिशु स्वास्थ इकाई के सैप्टिक टैंक का भी होगा निर्माण

मनोज कुमार पिंटू
गिरिडीह। सदर प्रखंड के चैताडीह बदहाल पड़े मातृत्व शिशु स्वास्थ इकाई को संवारने का ब्लू पिं्रट गिरिडीह प्रशासन ने तैयार कर लिया है। यही नही इसको संवारने पर काम भी शुरु कर दिया गया है। करीब तीन माह पहले हुए जिला स्वास्थ समिति की बैठक में इसके आधारभूत सरंचना को दुरुस्त करने की स्वीकृति मिली। मातृत्व शिशु स्वास्थ इकाई तक पहुंचने के लिए जो जर्जर सड़क था। उसे नए सिरे से निर्माण की स्वीकृति तो मिली है। साथ ही शिशु स्वास्थ इकाई के शौचालय के सैप्टिक टैंक के निर्माण की स्वीकृति भी मिल चुकी है। ऐसे में अब गर्भवती को सुरक्षित मातृत्व शिशु स्वास्थ इकाई तक पहुंचने में कोई परेशानी उठाना नहीं पड़ेगा और ना ही प्रसव के बाद गर्भवती को वहां रहने में कोई परेशानी होगी।

त्योहारों के खत्म होने शुरू होगा निर्माण कार्य

माना जा रहा है कि त्योहारों का दौर खत्म होने के बाद दोनों कामों का जिम्मा लिए एजेंसिया निर्माण कार्य शुरु कर सकती है। प्रशासनिक सूत्रों की मानें तो शिशु स्वास्थ इकाई के प्रवेश द्वार से लेकर चैताडीह मोड़ तक जर्जर सड़कों के निर्माण का जिम्मा ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल को सौंपा गया है। विशेष प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता सुरेश रस्तौगी ने बताया कि करीब 500 सौ मीटर तक बनने वाले इस जर्जर सड़क का टेंडर कर लिया गया है। 63 लाख की राशि से योजना का कार्य कराया जाएगा। इसमें सड़क के निर्माण के साथ गार्डवाल और एक पुलिया का भी निर्माण होना है। लिहाजा, त्योहारों के बाद सड़क निर्माण का कार्य शुरु कर दिया जाएगा।

प्रशासनिक सूत्रों की मानें तो मातृत्व शिशु स्वास्थ इकाई के सैप्टिक टैंक के निर्माण का कार्य भवन प्रमंडल को सौंपने की बात कही जा रही है। लेकिन भवन प्रमंडल की ओर से संभवतः इसका टेंडर नहीं किया गया है। हालांकि भवन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता हरीशचन्द्र चाकीदिघी से संपर्क कर जानकारी लेने का प्रयास किया गया। लेकिन उनका नंबर बंद पाया गया।

सीएस का रहा अहम योगदान

दरअसल, चैताडीह के इस मातृत्व शिशु स्वास्थ इकाई के संचालन का पूरा जिम्मा सदर अस्पताल पर है। सिविल सर्जन ही इसकी माॅनिटरिंग करते है। सिविल सर्जन डाॅ. अवद्येश सिन्हा पिछले साल गिरिडीह का प्रभार लेने के तुंरत बाद ही शिशु स्वास्थ इकाई का निरीक्षण किए थे। निरीक्षण के क्रम में सिविल सर्जन ने शिशु स्वास्थ इकाई के आधारभूत संरचना को दुरुस्त करना जरुरी समझा। सिविल सर्जन ने शिशु स्वास्थ इकाई के मुद्दे को डीसी के समक्ष भी उठाया। इसके बाद कोरोना काल में हुए जिला स्वास्थ समिति की बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुआ। इसमें मातृत्व शिशु स्वास्थ इकाई तक पहुंचने के जर्जर सड़क और इसके सैप्टिक टैंक निर्माण की स्वीकृति दी गई।

Please follow and like us:
Show Buttons
Hide Buttons