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गर्भवती महिला को झोलाछाप डाक्टर से इलाज कराना पड़ा भारी

  • बच्चे को जन्म देने के बाद अधिक रक्त स्त्राव होने से हुई प्रसुति महिला की मौत

गिरिडीह। गावां थाना क्षेत्र के जमडार में संचालित क्लीनिक में गर्भवती महिला को इलाज कराना भारी पड़ गया, जिससे बच्चे को जन्म देने के बाद प्रसुति महिला की मौत हो गई। गावां थाना क्षेत्र के जमडार निवासी संतोष राय की पत्नी मंजू देवी को रविवार को प्रसव पीड़ा शुरू हो गया था। जिसके बाद महिला को उसके परिजन जमडार के ही एक क्लीनिक में प्रसव के लिए लेकर गए। महिला का प्रसव हुआ और उसने एक बच्चे को भी जन्म दिया। लेकिन प्रसव के दौरान अधिक रक्तस्राव होने लगा। जिससे महिला की स्तिथि गंभीर हो गई।

परिजनों के मुताबिक महिला का उपचार झोला छाप डाक्टर शमशेर के द्वारा किया जा रहा था। स्थिति गंभीर होने के बाद जब वह डाक्टर से पूछे तो डाक्टर ने कहा कि चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, जल्द ही महिला को ठीक कर देंगे। कुछ समय तक जब महिला की स्तिथि में सुधार नहीं हुई तो उन्होंने दुबारा दूसरे डाक्टर के पास ले जाने के बारे में पूछे जिसके बाद झोलाछाप डॉक्टर द्वारा उन्हें पैसे लाने के बाद छुट्टी कर देने की बात कही गई। जब तक वे पैसा लेकर आए तब तक उनकी पत्नी की मौत हो चुकी थी और क्लीनिक वालों महिला के शव को उसके घर भिजवा दिया था।

बता दें कि मृतका के पति मुंबई में रहकर मजदूरी करता है। मृतका को पहले से ही पांच वर्ष व ढाई वर्ष का पुत्र भी है। महिला की मौत हो जाने से परिजनों में मातम पसर गया है। इधर घटना की सूचना मिलने के बाद गावां पुलिस मृतका के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह भेज दी है। वहीं झोलाछाप डाक्टर फरार बताया जा रहा है।

बताते चलें कि गावां में झोलाछाप डाक्टर के पास इलाज के दौरान मौत का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व भी गावां, मालडा, पटना, पिहरा समेत कई इलाकों में दर्जनों लोगों की मौत झोलाछाप डॉक्टरों के पास इलाज कराने के कारण हो चुकी है। बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग चुप्पी साधे हुए है। अब तक झोलाछाप डाक्टरों व क्षेत्र में संचालित अवैध क्लीनिक के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं होती तब तक इस तरह की घटनाएं होती रहेगी।

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