किसान बिल के विरोध में कांग्रेस का देशव्यापी आंदोलन, किया राजभवन मार्च
कांग्रेस ने राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन
रांची। संसद में पारित तीन कृषि बिल के खिलाफ कांग्रेस के देशव्यापी आंदोलन के तहत सोमवार को रांची के मोरहाबादी स्थित गांधी प्रतिमा से राजभवन मार्च का आयोजन किया गया। जिसमें काफी संख्या में कांग्रेसियों ने हिस्सा लिया। कांग्रेसी पहले मोरहाबादी में जुटे और फिर यहां से पैदल मार्च करते हुए राजभवन पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा।
देश के लोगों को किसान के पक्ष में होने की जरूरत: रामेश्वर उरांव
मौके पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सह वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि देश के लोगों को किसानों के पक्ष में रहना चाहिए। युगों-युगों से किसानों ने ही देश का पेट भरा है। लेकिन आज वे मजबूर होकर वो आत्महत्या कर रहे है। लागत के अनुसार मूल्य नहीं मिलता है। आज कृषि बिल लाकर साजिश की जा रही है। मंडियों के लोगों को बेरोजगार करने का काम कर रही है। बड़े पूंजीपति क्या मूल्य देंगे इसका कुछ पता नहीं है। वे कम दाम में खरीदेंगे और ज्यादा भाव पर बेंचेंगे। इसके बाद किसान भी तबाह, आम आदमी भी तबाह हो जायेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने वादा पूरा नहीं किया। नोटबंदी करते वक्त उन्होंने कहा था कि काला धन निकलेगा। पर काला धन कहां निकला।
भाजपा अपने पूंजीपति मित्रों की सहायता के लिए किसानों पर कर रही है हमला
पार्टी के प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह ने कहा कि जिस जमींदारी प्रथा को कांग्रेस पार्टी ने खत्म करने का काम किया, उसको देश में एक बार फिर से थोपने की कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने पूंजीपति मित्रों की सहायता के लिए देश के किसानों पर हमला बोला है। कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता इसके खिलाफ गोलबंद हो चुका है और किसान व आम जनता के सहयोग से इस कानून को वापस लेने के लिए केंद्र सरकार को मजबूर कर दिया जाएगा। मौके पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख सहित काफी संख्या में कांग्रेसी मौजूद थे।