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जरा सी छूट क्या मिली, लोग भुल गए कोरोना भी कोई बिमारी है

  • साफ-सफाई में बिता दुकानदारों का समय
  • दुकानदारों ने की चार बजे तक दुकान खोलने की मांग
कुलदीप
कोडरमा। वैश्विक महामारी की दूसरी लहर को लेकर 22 अप्रैल से लागू लाॅकडाउन के बाद गुरुवार से सोना चांदी, कपड़ा मनिहारी, जूता-चप्पल दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी गई। इसके साथ ही बाजार में रौनक लौटने लगी है। अधिकांश दुकानदार सुबह अपने दुकानों की सफाई में जुटे रहे। वहीं करीब डेढ माह बाद बाजार खुलने से दुकानदारों में खुशी देखने को मिल रही थी। हालांकि इस बीच जरा सी छूट क्या मिली लोग भूल गए कि कोरोना नाम की कोई बिमारी भी है। बाजार में लोगों की भीड़ और दिन की अपेक्षा अधिक थी वहीं कई लोग बिना मास्क के नजर आये, लेकिन तपती गर्मी से कुछ ही घंटों के बाद लोग अपने-अपने घरों की ओर रवाना होते दिखे और बाजार सुनसान होने लगा।
वहीं दो बजे के बाद पुलिस के सायरन की आवाज आते ही दूकानें बंद होने लगी। हालांकि निजी वाहनों की छूट के चलते इस दौरान बाजार में वाहनों की संख्या गुरुवार को जरूर बढ़ी हुई रही। जिसके कारण झंडा चैक और ओवरब्रिज पर जाम की स्थिति भी बनने लगी। वहीं भीड़ भाड़ वाले इलाके में मोटरसाइकिल एवं गाडियों के लगने से पैदल आने जाने वालों को भी कठिनाई हो रही थी।

दुकानदारों से बात करने पर यह पता चला कि लोग बाजार आ तो रहे हैं लेकिन लाॅकडाउन के कारण लोगों पर आर्थिक मार पड़ने से सामानों की बिक्री में कमी आई है। लोग बहुत जरूरी होने पर ही खरीददारी कर रहे हैं। वहीं हर प्रकार के सामानों की दर में 10 से 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जिसका असर बाजार में दिख रहा है। वहीं दूसरी तरफ नगर प्रशासक कौशलेश कुमार एवं तिलैया थाना प्रभारी द्वारिका राम ने संयुक्त रूप से झंडा चैक पर ध्वनि विस्तारक यंत्र के माध्यम से बाजार करने पहुंचे लोगों को एवं दुकानदारों को अनलॉक वन के तहत सरकार के द्वारा जारी गाइडलाइन की जानकारी दी।


इस मौके पर उन्होंने कहा कि कोरोना का संक्रमण कम जरूर हुआ है, लेकिन कोरोना संक्रमण अभी खत्म नहीं हुआ है। इसलिए लोग आवश्यक काम होने पर ही बाजार निकले साथ ही इस दौरान पूरी सावधानी बरतें। उन्होंने कहा कि अनलाॅक 1 में सैलून, जीम, विवाह भवन को खोलने की अनुमति नहीं दी गई है। साथ ही दुकानदारों से अपिल किया गया कि पूर्व की भांति सहयोग करें ताकि अनलॉक 2 की तरफ बढ़ सकें।

क्या कहते हैं व्यापारी

सुबह 6 से 2 बजे तक बाजार खोलने की छूट को लेकर व्यापारियों में सरकार के प्रति रोष भी रहा। उनका कहना था कि सुबह 9 से 10 बजे तक तो दुकान खोलने का समय होता है। जिसमें शुरुआती एक घंटा पूजा-अर्चना, साफ सफाई व सामान व्यवस्थित करने में लग जाता है। ऐसे में 2 बजे तक की छूट में व्यापार नहीं के बराबर ही होगा। व्यापारियों की तो केवल दुकान खोलने व बंद करने की मशक्कत होगी। उन्होंने मांग की कि बाजार खुलने का समय कम से कम सुबह 9 से शाम 4 बजे तक किया जाए।
कुछ व्यापारी में रहा खुशी का माहौल

अनलॉक वन प्रक्रिया के तहत दुकान खोलने पर बैग विक्रेता मंटू केसरी ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सरकार के द्वारा सभी व्यवसायियों का ध्यान रखते हुए निर्धारित समय अवधि के लिए दुकान खोलने का दिया गया आदेश स्वागत योग्य है। सरकार के इस निर्णय से निश्चित तौर पर हम आर्थिक समस्या से उबर पाएंगे। वंही ग्राहकों को भी राहत मिलेगी।
वहीं फुटवेयर दुकानदार अर्जुन शर्मा ने बताया कि दुकान नही खुलने से आर्थिक स्थिति चरमरा गई थी। लेकिन अब दुकान खुल जाने से बहुत राहत मिलेगी। कहा की सरकार के दिशा निर्देश जो भी आया है उसका पालन करते हुए ही व्यापार करेंगे।

डेढ़ महीने के बाद खुला रजिस्ट्री ऑफिस 91 लाख की जमीन का हुआ कारोबार

पिछले लगभग डेढ़ महीने से बंद जमीन रजिस्ट्री का कारोबार गुरुवार कोडरमा समेत पूरे राज्य में शुरू हो गया। करोना गाइडलाइन के तहत कार्य की शुरुआत हुई। कोडरमा के निबंधन पदाधिकारी रूपेश कुमार ने बताया कि अनलॉक 1 के पहले दिन 19 जमीनों का निबंधन हुआ। जिसमें 91 लाख 61 हजार की जमीन की बिक्री हुई। जिससे राजस्व 4 लाख 82 हजार प्राप्त हुआ। पहले दिन कोर्ट मैरिज करने वाला कोई भी नहीं पहुंचा। निबंधन कार्यालय प्रतिदिन 2 बजे बजे तक ही खोलने की अनुमति दी गई है।
वहीं दूसरी ओर वाहन व्यापार शोरूम खुलने के बाद शादी विवाह वाले परिजन व अन्य खरीदारों ने भी बढ़-चढ़कर खरीदारी की। हुंडई के शोरूम के मैनेजर मोहित राज ने बताया कि तीन क्रेटा गाड़ी की बुकिंग हुई जिसकी कीमत लगभग 35 लाख है। इसकी डिलीवरी एक-दो दिनों में हो जाएगी। वही हीरो के अधिकृत विक्रेता प्रदीप खाटू वाला ने बताया कि जिले में लगभग 20 मोटरसाइकिल की बिक्री हुई। वहीं हौंडा के मैनेजर दीपक कुमार ने बताया की दो वाहन की बिक्री आज हुई। जबकि टीवीएस के मैनेजर ने बताया की एक मोपेड की बिक्री आज हुई है। इसके अलावा जिले के अन्य शोरूम में भी बिक्री के साथ-साथ वाहनों की बुकिंग की गई है।


इसके अलावा कोडरमा जिला में गहने की दुकानों के खुलने से भी कारीगर के साथ-साथ दुकानदारों ने राहत की सांस ली है। कोडरमा जिला सर्राफा व्यवसाई संघ के संरक्षक अशोक प्रसाद, अध्यक्ष नरेंद्र कुमार आर्य ने बताया कि जिले में लगभग डेढ़ सौ दुकाने एवं कारीगर के द्वारा कार्य किया जाता है। पहले दिन लगभग 30 लाख रुपए की बिक्री हुई। वहीं इलेक्ट्रॉनिक दुकानों में भी ग्राहकों का आना-जाना शुरू हो गया। बढ़ती तपिश के कारण कूलर की बिक्री लोगों के द्वारा किया जा रहा था। वही विक्रेता रितेश दूगड़ ने बताया की व्यापारी अब राहत की सांस लेंगे और एसी कुलर सहित इलेक्ट्रॉनिक सामान की बिक्री प्रवाण चढ़ेगी।
इधर कपड़ा जूता चप्पल स्टेशनरी मनिहारी सहित दुकानों में भी सामानों की बिक्री हुई। बताते चलें कि कई प्रतिष्ठान डेढ़ महीने के बाद खुलने के बाद देखा गया कि बरसात का पानी घुस जाने से सामान की बर्बादी हुई है और कई दुकानों में इनवर्टर भी इस्तेमाल नहीं होने के कारण खराब हो गया।

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