अवैध माइका खदान में 4 मजदूरों की मौत की खबर के बाद पहुंची दोनों जिले की पुलिस
सीमांकन को लेकर घटना स्थल की पेंच में फंसे अधिकारी, गुगल मैप का लिया सहारा
गिरिडीह। गिरिडीह व कोडरमा जिले की सीमा पर स्थित जंगल में चल रहे माइका के अवैध खदान में गुरुवार की शाम चाल धंसने से 4 मजदूरों की मौत हो गई थी। जिसके बाद शुक्रवार की सुबह घटना स्थल पर पुलिस पदाधिकारियों व संबंधित अधिकारियों का तांता लगना शुरू हो गया। मगर घटना स्थल पर पहुंचे दोनों जिले की पुलिस व अधिकारी अपनी सीमाओ को लेकर उलझन में दिखे। हालांकि दोनों ने घटना का संयुक्त रूप से जांच किया और अंत में गूगल मैप की मदद से तय किया कि घटना स्थल गावां के सीमा में आएगा और गिरिडीह प्रशासन कार्रवाई करेगी।
खदान में मरे मजदूर कोडरमा व गिरिडीह जिले के
बताया गया कि घटनास्थल पर पहुंची दोनों जिले की पुलिस व अधिकारियों ने जांच के दौरान मृतकों के नाम पता किये। जिसमें मरने वालों में गावां थाना क्षेत्र के गोरियांचु निवासी बड़कू मांझी व कोडरमा के ढाब थाना इलाके के रहनेवाले अनिल यादव समेत धजवा के दो अन्य लोगो के नाम सामने आये हैं। वही खदान संचालक के रूप में नवलसाही क्षेत्र निवासी शंकर साव व गावां थाना क्षेत्र निवासी सुनील यादव का नाम सामने आ रहा है। इसके साथ ही खदान के अंदर अभी भी ओर लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है, जिसकी जांच में पुलिस जुटी हुई है।
अवैध रूप से संचालित खदान संचालकों के खिलाफ होगी कार्रवाई
इधर खोरीमाहुआ एसडीएम धीरेन्द्र सिंह का कहना है कि वन विभाग के अधिकारियों द्वारा अवैध माइका खदान संचालन करने वालो पर कार्यवाही किया जाता रहा है और अभी भी दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी। जांच टीम में गिरिडीह डीएमओ सतीश नायक, खोरिमहुआ एसडीएम धीरेन्द्र सिंह, इंस्पेक्टर परमेश्वर लियांगी, गावां अंचलाधिकारी अरुण कुमार खालको, गावां थाना प्रभारी विजय करकेटा, गावां प्रभारी वनपाल रोहित कुमार पनोरी एवं कोडरमा जिले के डोमचांच इंस्पेक्टर आर एन ठाकुर व डोमचांच रेंज कार्यालय के रेंजर के0के0 ओझा शामिल थे।