गिरिडीह के गांवा थाना के सीमावर्ती गांव के गौरियाचूं जंगल में माइका खदान धंसने से चार मजदूरों की मौत
अवैध माइका खदान कोडरमा के नवलशाही में, लेकिन गांवा थाना क्षेत्र के सीमावर्ती में है संचालित
कोडरमा के शंकर साव कर रहे थे माइका खदान का संचालन
घटना के बाद मृतकों के शव को आनन-फानन में हटाया गया
गिरिडीहः
गिरिडीह के गांवा थाना क्षेत्र के सीमावर्ती गांव चरकापत्थर के गौरियाचूं जंगल में गुरुवार की शाम माइका खदान के धंसने से चार मजदूरों की मौत हो गई। घटना की पुष्टि गांवा रेंजर अनिल कुमार ने भी करते हुए बताया कि घटनास्थल कोडरमा के नवलशाही थाना क्षेत्र में पड़ता है। लेकिन गांवा थाना क्षेत्र के करीब है। लिहाजा, वे भी गांवा वन प्रक्षेत्र के कर्मियों को घटना की जानकारी लेने के लिए भेजे है। चरकापत्थर गांव का गौरियाचूं जंगल कोडरमा के नवलशाही थाना में होने की बात सामने आई है। लेकिन गांवा थाना क्षेत्र के करीब होने के कारण गांवा रेंजर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए विभाग के कर्मियों को मामले की जानकारी लेने के लिए भेजा। जानकारी के अनुसार गौरियाचूं जंगल में माइका का जो अवैध खदान धंसा। वह कोडरमा के नवलशाही थाना क्षेत्र के किसी शंकर साव के होने की बात सामने आ रही है। घटना के वक्त खदान में करीब 15 मजदूर माइका निकालने के काम में लगे थे। इसी दौरान तेज आवाज के साथ गौरियाचूं का यह अवैध माइका खदान भरभरा कर गिर पड़ा। जिसमें चार मजदूरों की मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार खदान में दबने से जिन चार मजदूरों की मौत हुई है। उनमें तीन मजदूर कोडरमा के ढाब के भुजवा गांव के बताएं जा रहे है। जबकि चाौथा मजदूर गौरियाचूं गांव का रहने वाला है। माइका का अवैध खदान के दबने के बाद मामले को काफी तेजी से लीपा-पोती भी करने का प्रयास किया गया। लिहाजा, इस अवैध खदान के संचालक के इशारे पर चारों मजदूरों के शव को घटनास्थल से आनन-फानन में हटाया गया। पल भर में ही चारों मजदूरों के शव खदान से हटा दिए गए। इस दौरान जानकारी मिलने के बाद जब गांवा वन विभाग के कर्मी पहुंचे, तो उन्हें भी सिर्फ खदान का धंसा हुआ हिस्सा ही दिखा। हालांकि कर्मियों ने जब जानकारी लिया, तो वहां मौजूद कुछ मजदूरों ने बताया कि चार मजदूर दबे थे। इनमें तीन के सिर से खून बहने की बात कही जा रही है। देर शाम तक घटनास्थल में खदान संचालक के लोग मौजूद थे। और हर गतिविधी पर नजर रखे हुए थे। जानकारी के अनुसार गौरियाचूं जंगल का यह माइका गांवा थाना से करीब 15 किमी दूर बताया जा रहा है।