टमाटर की जैविक खेती से किसान बनेंगे लखपति
गिरिडीह। एफपीओ से जुड़े किसान गिरिडीह जिला में टमाटर की जैविक खेती कर साल भर में लखपति बन सकते हैं। हर एफपीओ से किसानों को चिन्हित कर माॅडल के रूप में इसकी शुरूआत की जाएगी। उक्त बातें नाबार्ड के डीडीएम आशुतोष प्रकाश ने कही। वे शुक्रवार को आइडिया संस्था द्वारा आयोजित टमाटर की जैविक खेती प्रशिक्षण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कही। उन्होने कहा कि इसके लिए किसानों को टमाटर की खेती वाले क्षेत्र का परिभ्रमण भी कराया जाएगा।
रासायनिक खाद्य से 90 फिसदी लोग हो रहे हैं बीमार
किसानों को प्रशिक्षण देने वाली कोपल कंपनी के मुख्य ट्रेनर प्रदीप पाण्डेय ने कहा कि आज 90 प्रतिशत लोग रासायनिक खाद के उत्पादों का सेवन कर कैंसर, गैस्ट्रीक और अन्य बिमारियों का शिकार हो रहे हैं। व्यवसायी वर्ग हरी सब्जियांे, फल, चावल, गेहूँ, आलू सहित हर उत्पाद में डीएपी और यूरिया के साथ साथ दवा के रूप में जहर डाल रहे हैं। जो हमारे स्वास्थ्य को काफी नूकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि खेती के पैटर्न बदलते हुए अब वैज्ञानिक तरीके से खेती करने की जरूरत है। धान के साथ सब्जी और मसाले की खेती कर किसान कम समय में अधिक मुनाफा कमा सकते हैं।
बदलते समय के साथ खुद को बदलें किसान
ट्रेनर प्रदीप पाण्डेय ने जमीन को जैविक बनाने, सिंचाई पद्धति में सुधार करने, क्राॅप रोटेशन की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पहले केवल भादो मास में मकई मिलता था। लेकिन आज सालों भर मकई बाजार में मिल रहा है। इसलिए बदलते समय के साथ किसान यदि अपने आप को बदल लें तो वो शीघ्र लखपति बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द किसानों को उनके खेत में ट्रेनिंग दिया जाएगा और उत्पादन से लेकर मार्केटिंग तक उनको सपोर्ट किया जाएगा।
एफपीओ समेत कई किसान थे मौजूद
आइडिया के प्रोग्राम को-ऑर्डिनेटर मुकेश कुमार ने कहा कि जल्द ही हर एफपीओ से किसानों का सर्वे कर टमाटर की जैविक खेती की जाएगी और साॅस बनाने वाली कंपनी कोपल के साथ काम शुरू किया जाएगा। कार्यक्रम में पर्णहरित एफपीओ के डायरेक्टर सुरेश वर्मा, जमुआ एफपीओ के डायरेक्टर दीपक वर्मा, केन्दुआ एफपीओ के डायरेक्टर रंजीत मंडल, रूद्रा फाउंडेशन के सचिव सैयद सबीह अशरफ, रवि कुमार, अभिव्यक्ति फाउंडेशन के शिव अधिकारी सहित कुल तीस किसान मौजूद थे।