दो दिन पूर्व हुई सड़क दुर्घटना में घायल रवि पासी की इलाज के दौरान मौत
- प्रशासन और जनप्रातिनिधि की सूझबूझ से बदडीहा जाम का निर्णय वापस लिया गया।
- बैठक कर सीओ व पुलिस प्रशासन ने हर संभव सहयोग का दिया आश्वासन
- सड़क पर ब्रेकर के बजाय लोहा प्रचार वाला बेरीकेटिंग लगाने से हो रही है सड़क दुर्घटना: राजेश सिन्हा
गिरिडीह। दो दिन पूर्व बदडीहा मेन रोड में अनियंत्रित होकर 407 द्वारा एक टेम्बू को टक्कर मारे जाने की घटना में घायल चार लोगों मंे इलाज के दौरान रवि पासी की मौत हो गई। जबकि अन्य अनिल विश्कर्मा, रवि राय और शिबू आदि का रांची में इलाज चल रहा है।रवि पासी की मौत के बाद परिजनों व स्थानीय लोगों ने मुखिया के नेतृत्व में मुआवजे की मांग को लेकर रोड जाम करने का निर्णय लिया था। लेकिन प्रशासन की पहल पर आक्रोशित लोगों को समझाकर शांत करते हुए मुखिया ने रोड जाम को स्थगीत कर दिया।
इस दौरान माले नेता राजेश सिन्हा के द्वारा फ़ोन कर सीओ राविभूषण कुमार से वार्ता की। वार्ता के बाद सीओ मुफ्फसिल थाना पहुंचे और पीड़ित परिवार को सरकारी प्रवधान के अनुसार मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। इस दौरान एसडीपी खालको, डीएसपी अनिल सिंह, थानेदार बिनय सिंह भी थाना में ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर कहा कि प्रशासन आप सब के साथ है।
मौके पर माले नेता राजेश सिन्हा ने कहा कि बदडीहा मेन रोड में ब्रेकर बनाने छोड़ कर, लोहा मिल वाले प्रचार का बेरीकेटिंग लगा हुआ है। लोहा प्रचार, सीमेंट प्रचार के लिए अब रास्ते को घेर लिया जाता है। शहर के मेन रोड भी इसी के चपेट में है जिससे न सिर्फ आम जनता परेशान होती है बल्कि सड़क दुर्घटना का भी शिकार हो रही है। यहां तक कि जाम लगने पर प्रशासन को जाम छोड़ाने में मशक्कत करना पड़ता है। कहा कि सड़के के किनारे सोंदर्यकरण के नाम पर प्रचार के लिए अतिक्रमण किया जा रहा है। जिसे सबसे पहले जेसीबी से उखाड़ देना चाहिए।
मौके पर मुखिया मनोज पासी, जिला परिषद के पति मोहनदास, जेएमएम के तेजलाल मंडल, माले के रंजीत यादव, शुभम पांडे, दीपक पासी, पवन विश्वकर्मा, सन्नी यादव के अलावे ग्रामीण महिलाएं और मृतक के परिजन मौजूद थे।