हाथरस घटना के विरोध में बहुजन क्रांति मोर्चा ने दिया धरना
कोडरमा। हाथरस घटना सहित देशभर में बलात्कार, हत्या और दलितों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ दलितों को गुस्सा लगातार फूट रहा है। हाथरस में दलित युवती के साथ बलात्कार व हत्या के खिलाफ गुरूवार को बहुजन क्रांति मोर्चा के द्वारा एक दिवसीय धरना के माध्यम से पिड़िता को न्याय दिलाने की मांग की गई। जिला संयोजक विजय रजक की अध्यक्षता में मोर्चा के सदस्य झुमरीतिलैया स्थित अम्बेडकर प्रतिमा के समक्ष धरने पर बैठे। इस दौरान लोगों ने योगी सरकार मुर्दाबाद, योगी सरकार को बर्खास्त करो, दलितों पर अत्याचार बंद करो, मनुवादी भाजपा सरकार मुर्दाबाद जैसे नारे लगाए।
पिड़ित परिवार को न्याय मिलने तक जारी रहेगा आंदोलन
धरना सभा को संबोधित करते हुए दलित शोषण मुक्ति मंच (डीएसएमएम) के राज्य कमिटी सदस्य संजय पासवान ने बर्बर घटना की घोर निन्दा करते कहा है कि योगी सरकार में महिलाओं और बच्चियों पर भयानक जुल्म हो रहे हैं और सरकार का दावा है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बिल्कुल दुरुस्त है। जबकि उप्र जंगल राज का पर्याय बन चुका है। यहां अपराधी बेखौफ हैं, उन्हें राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ है। हाथरस में मनीषा बाल्मिकी को सामूहिक बलात्कार का शिकार बनाया तथा उसे भयानक यातनाएं दीं गई। मजदूर नेता प्रेम प्रकाश ने कहा कि उत्तर प्रदेश की स्थानीय पुलिस ने इस जघन्य अपराध की एफआईआर दर्ज करने में देरी की और दरिंदगी की शिकार युवती को समय पर पर्याप्त चिकित्सा सुविधा नहीं दिलाई। कहा कि पिड़ित परिवार को न्याय मिलने तक आंदोलन जारी रहेगा। विजय रजक ने कहा कि यूपी में कानून का राज नहीं रहा। जहां दलित, महिलाएं, गरीब और अमन पसंद लोग सुरक्षित नहीं है। मौके पर दुर्गा प्रसाद राम, विनेस रजक, सुनीता देवी, विक्की राम, निराला राम सहित कई लोग शामिल थे।