डुमरी के आधा दर्जन गांवो के पांच घरों को दो जंगली हाथियों ने पहुंचाया नुकसान, अनाज नुकसान करने के साथ घरों को किया क्षतिग्रस्त
गिरिडीहः
गिरिडीह के डुमरी प्रखंड के दक्षिणाचंल के गांवो में दो जंगली हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया। तो इस दौरान दोनों हाथियों ने कई घरों को क्षतिग्रस्त किया। और कई ग्रामीणों के घर पर रखे सैकड़ो क्विंटल अनाज को नुकसान पहुंचाने के साथ अनाज भी खा गए। वहीं जब दिन चढ़ा तो जानकारी मिलने के बाद वन विभाग के पदाधिकारी के साथ कई समाजसेवी प्रभावित गांवो में पहुंचने के साथ ग्रामीणों से मुलाकात किया। जिसमें टेंगराखुर्द के मुखिया प्रतिनिधी जगदीश मेहता ग्रामीणों से मिले और राहत के लिए तुंरत 50 किलो अनाज उपलब्ध कराया। जानकारी के अनुसार सोमवार की सुबह करीब एक बजे दोनों हाथी पहले चंदनकुरवा गांव में पहुंचे दोनों हाथियों ने इस दौरान कोई नुकसान तो नहीं किया। लेकिन जब दोनों हाथी टेंगरकला के गोरमारा पहुंचे, तो यहां दो घरों को नुकसान पहुंचाया। इसके बाद दोनों हाथी झरना गांव पहुंचे, जहां दोनों हाथियों ने नुनिया देवी के घर को नुकसान पहुंचाने के साथ घर मंे रखे 400 किलो धान के साथ 100 किलो बाजरा, 3 तीन क्विंटल चावल और 50 किलो आलू खा गए। वहीं इसी गांव के चुडकी देवी के झोपड़ीनुमा घर पर रखे आठ सौ किलो चावल के साथ 100 किलो मकई चट करने के साथ घर के दरवाजे और खिड़की को क्षतिग्रस्त कर दिया। जबकि इसी गांव के पूरन मांझी और रधिया देवी के घर को तो नुकसान पहुंचाया ही साथ ही आठ किलो क्विंटल चावल और 50 किलो मूंगफली खा कर खत्म कर दिया।
करीब दो घंटे तक दोनों हाथियों का समूह कहर बरपाते हुए टंेगराखुर्द पंचायत के सिमराडीह गांव पहुंचा। जहां तेजलाल महतो के खेत में लगे फसल को नुकसान पहुंचाने के बाद सिमराडीह गांव के ही रामचन्द्र महतो के खेत में घुसते ही चना, लहसुन और प्याज के फसल को पूरी तरह से नुकसान पहुंचाया। इधर जानकारी मिलने के बाद प्रभावित गांव पहुंचे राजीव रंजन ने जानकारी देते हुए कहा कि दोनों हाथी दक्षिणाचंल क्षेत्र के गांव होते हुए चीनो जंगल में घुस चुके है। लिहाजा, अब वन विभाग दोनों हाथियों को उनके दल से मिलाने के प्रयास में जुट चुका है।