प्रज्ञा केन्द्र संचालक के घर डकैती को अंजाम देने वाले गिरोह के चार अपराधियों को तिसरी पुलिस ने दबोचा
पुलिस गिरफ्त में चढ़ा देवघर के अपराधी ने तैयार किया था योजना
गिरिडीहः
नईटांड गांव स्थित टहलु रविदास के घर बम विष्फोट और हथियार का भय दिखाकर लूटपाट करने में शामिल गिरोह के चार अपराधियों को गिरिडीह के तिसरी थाना पुलिस दबोचने में सफल रही। गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस ने लोहे के बने दो घरेलू देशी कट्टा के साथ चार जिंदा कारतूस, चार सूतली बम, खून से सना डंडा और एक बाईक भी बरामद किया है। शनिवार की देर शाम मिले सफलता के दुसरे दिन रविवार को प्रेसवार्ता कर एसपी अमित रेणु, प्रभारी डीएसपी संतोष मिश्रा, पुलिस निरीक्षक परमेशवर लियांगी और तिसरी थाना प्रभारी पिक्कू प्रसाद ने प्रेसवार्ता कर पूरे मामले की जानकारी दिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों में गिरोह का सरगना देवघर के नगर थाना क्षेत्र के पूरनदाहा निवासी राजेन्द्र सिंह मुन्ना एक शातिर और पेशेवर अपराधी है। एक माह पहले गुरुवार की शाम इसी मुन्ना सिंह ने टहलू रविदास के घर डकैती का योजना तैयार किया था। और टहलू रविदास के घर डकैती के लिए गिरोह के सदस्य और भेलवाघाटी के दूधपनिया गांव निवासी जेठा मुर्मु, जमुआ के बेरहाबाद गांव निवासी मो. इस्लाम अंसारी और गांवा के लोरिया गांव निवासी कुंवर हेम्ब्रम के साथ कई और सदस्यों को शामिल किया। फिलहाल पुलिस एक माह के भीतर इन चार शातिर अपराधियों को ही नईटांड के प्रज्ञा केन्द्र संचालक टहलू रविदास के घर डकैती मामले में दबोच पाई है। प्रेसवार्ता के दौरान अधिकारियों ने स्पस्ट किया कि केन्द्र संचालक के घर डकैती की योजना तैयार करने में राजेन्द्र सिंह का सहयोग इस्लाम असंरी ने दिया था। क्योंकि इस्लाम अंसारी अक्सर तिसरी अपने काम के लिए आता-जाता था।
पुलिस की मानें तो देवघर से गिरफ्तार राजेन्द्र उर्फ मुन्ना एक पेशेवर शातिर अपराधी है और 10 साल की सजा काटकर कुछ दिनों पहले ही बाहर निकला है। सड़क लूट, डकैती और दुष्कर्म के कई मामलों को अंजाम दे चुका है। वैसे भेलवाघाटी का जेठा मुर्मु भी धनवार के एक मामले का आरोपी है तो इस्लाम अंसारी के खिलाफ भी बिरनी में ही एक मामला पहले से दर्ज है। लिहाजा, मुन्ना समेत इन तीन शातिर अपराधियों की गिरफ्तारी को तिसरी पुलिस बड़ी सफलता मान रही है।