तिसरी कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में तीन साल पहले हुई छात्रा के नामांकन के बाद निकाला
- परिजन सहित कांग्रेस नेता ने अधिकारियों से की शिकायत
- कहा दलाल पैसा लेकर विद्यालय में कराते है नामांकन
गिरिडीह। तिसरी के खटपोंक पंचायत के भोगताडीह गांव की एक लड़की को कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में दाखिला लोक डाउन में करने के बाद अब निकाल देने के मामले को लेकर कांग्रेस के धनवार प्रभारी मो. मरगूब आलम ने विद्यालय गेट पर वार्डेन से मिलने की कोशिश की। लेकिन मुलाकात नहीं हो पाने पर तिसरी बीईईओ से जांच की मांग फोन पर करते हुए कहा कि एक सप्ताह में पीड़ित छात्रा को विद्यालय में दाखिला नही दी गई तो कांग्रेस परिवार उनके साथ खड़ा है और अन्याय के लिये जिला से राज्य तक कि लड़ाई लड़ी जायेगी। कहा कि इस तिसरी कस्तूरबा विद्यालय में हमेशा अनियमितता बरते जाने की शिकायत रहती है। यहां पे दलालों द्वारा पैसा लेकर नामांकन किया जाता है जो बहुत गलत है।
पीड़ित छात्रा पूनम कुमारी के पिता संजय यादव ने बताया कि लोक डाउन के समय 2020-21 में छठे वर्ग में बेटी की दाखिला के लिये दस हजार रुपया दिया गया। दस हजार ओर मांगा जा रहा था। उनकी बेटी ने ऑनलाइन पढ़ाई की और परीक्षा भी दिया। स्कूल के रजिस्टर में हस्ताक्षर भी की गई। किताब भी मिली थी। मेरा बेग भी उक्त विद्यालय में आज भी पड़ा हुआ है। लोक डाउन के बाद जब रेगुलर क्लास के लिये आये तो स्कूल के गार्ड संजय सिंह बोला कुछ समस्या है आज तुमको नही रख सकते है नामांकन में कुछ गड़बड़ी हो गई है जब बुलाया जाएगा तब आना। इस तरह लडकी व उनके चाचा महेश यादव को खूब घुमाया गया।
चाचा महेश यादव ने कहा कि स्कूल के गार्ड संजय सिन्हा आज कल कर मेरी भतीजी का तीन साल का पढ़ाई बर्बाद हो गया। स्कूल से टीसी कटवा कर कस्तूरबा में 2020 में दिए लोक डाउन लग जाने की बात कहकर टालता रहा कि आपका भतीजी का नामांकन निश्चित होगा। कस्तूरबा विद्यालय के गेट के सामने पीड़ित छात्रा पूनम कुमारी, चाचा महेश यादव सहित कई परिजन व ग्रामीण आये थे।
वहीं इस मामले में वीडिओ संतोष प्रजापति ने कहा कि यह मामला मेरे संज्ञान में आया है। मामले की जांच उपरांत दोषी व्यक्ति पर कार्यवाही की जायेगी।