दुष्कर्म पीड़िता के साथ गिरिडीह के दुखिया महादेव मंदिर में दुष्कर्म के आरोपी ने ही किया विवाह, लिया सात फेरे, दोनों ने साथ रहने की खाई कसम
जेल अधीक्षक हिमानी प्रिया और एडीजे टू ने निभाई खास भूमिका
गिरिडीहः
भगवान शिव और माता पार्वती का गिरिडीह स्थित प्रसिद्ध दुखिया महादेव मंदिर सोमवार को नारी सशक्तिकरण की दिशा में समाज को प्रेरित करने वाले विवाह का साक्षी बना। और इस विवाह को सफल कराने में अपर जिला एंव सत्र न्यायधीश यशवंत प्रकाश और गिरिडीह केन्द्रीय कारा की जेल अधीक्षक हिमानी प्रिया की खास भूमिका रही। औद्योगिक क्षेत्र स्थित बाबा दुखिया महादेव मंदिर में सोमवार को दुष्कर्म पीड़िता युवती का घर बसा। और युवती के साथ उसी युवक गुलशन सिंह ने शादी किया। जिस पर पीड़िता ने अपनी आबरु लूटने का आरोप लगाकर इसी साल जनवरी माह में उस पर केस दर्ज कराकर जेल भेज भिजवाई थी। सोमवार को एडीजे टू के निर्देश पर आरोपी गुलशन सिंह को कुछ घंटे के लिए पेरोल पर जेल से मुक्त किया गया। और इसके बाद युवक गुलशन सिंह अपने परिजनों के साथ सीधा बाबा दुखिया महादेव मंदिर पहुंचा। जहां पीड़िता पहले से सजधज कर उसकी दुल्हन बनने के लिए तैयार थी। जबकि युवती के परिजन भी मंदिर में मौजूद थे। इस दौरान दोनों को आशीर्वाद देने के लिए जेल अधीक्षक हिमानी प्रिया भी वहां मौजूद थी। इस दौरान पुजारी के वैदिक मंत्रोच्चार के बीच दोनों का विवाह हिंदु रीति-रिवाज के अनुसार मंदिर परिसर में हुआ।
दोनों को जीवन भर एक-दुसरे का पति-पत्नी के रुप में जीवन गुजारने का कसम दिलाया गया। इस दौरान जेल अधीक्षक और पुजारी समेत मंदिर में स्थापित देवी-देवताओं की मूर्ति के समक्ष दुष्कर्म के आरोपी गुलशन सिंह ने युवती के मांग में सिंदूर डाला, वरमाला पहनाई और सात फेरे लेकर उसे पत्नी के रुप में स्वीकार किया। हालांकि शादी के दौरान पीड़िता फफक कर रो भी पड़ी। उसे यकीन नहीं हुआ कि उसके मांग में वही युवक सिंदूर डालेगा, जिसने एक वक्त उसके साथ दुष्कर्म किया था। लिहाजा, पीड़ित युवती को फफक रोते देख जेल अधीक्षक हिमानी प्रिया ने ही मां बनकर उसे संभाला। और दोनों को आशीर्वाद भी दी। शादी के बाद युवक गुलशन सिंह को दुबारा जेल भेज दिया गया। लेकिन जेल अधीक्षक की मानें तो दुष्कर्म के इस मामले में दोनों के समझौते के आधार पर शादी हुआ, तो उम्मीद है न्यायलय अब जल्द ही गुलशन सिंह को रिहा भी कर देगा।

गौरतलब चले कि इसी जनवरी माह में गिरिडीह के गांवा निवासी गुलशन सिंह पर दुष्कर्म का आरोप लगाकर एक पीड़िता ने गांवा थाना में केस दर्ज कराई थी। केस दर्ज होने के बाद ही पुलिस ने गुलशन सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लेकिन जेल में गुलशन सिंह ने जेल अधीक्षक हिमानी प्रिया के समक्ष कई बार रोते हुए अपने करतूत पर शर्मिंदगी जाहिर किया था। लिहाजा, जेल अधीक्षक हिमानी प्रिया ने उसे इसके लिए प्रेरित किया कि अगर वो चाहे सब समान्य हो सकता है। वो बस उसी पीड़िता के साथ शादी कर उसके साथ रहने के लिए तैयार हो जाएं। हिमानी प्रिया की बात आरोपी को भी अच्छा लगा, तो वो उसी युवती के साथ शादी के लिए तैयार हो गया। और दोनों ने एडीजे टू के कोर्ट में समझौतानामा लिखकर दिया कि दोनों शादी के लिए तैयार है। इसी क्रम में दोनों का विवाह सोमवार को हुआ।