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सरहुल एवं रामनवमी को लेकर उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक ने की बैठक की

  • संवेदनशील स्थानों व सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर रखी जायेगी नजर
  • राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करते हुए मनाए पर्व: उपायुक्त
  • अलर्ट मोड में रहेंगे सभी अधिकारी व थाना प्रभारी, सूचना तंत्र को रखें सक्रिय: एसपी
  • रामनवमी जुलूस में 100-100 के समूह निकल सकते हैं श्रद्धालू, शाम 6 बजे तक ही होगा धार्मिक जुलूस का आयोजन
  • लाउडस्पीकर, डीजे एवं रिकॉर्डेड म्यूजिक व गानों पर रहेगी रोक
  • अफवाहों और भ्रामक खबरों का प्रचार करने वाले ग्रुप एडमिन पर होगी कार्रवाई

गिरिडीह। सरहुल एवं रामनवमी पर्व विधि व्यवस्था एवं सुरक्षा व्यवस्था संधारण को लेकर समाहरणालय के सभागार में शनिवार को उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में पुलिस अधीक्षक अमित रेणु उपस्थित थे। बैठक में उपायुक्त श्री लकड़ा व पुलिस अधीक्षक श्री रेणु ने सरहुल एवं रामनवमी पर्व शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न कराने को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये।

बैठक में उपायुक्त ने सभी एसडीओ, एसडीपीओ और थाना प्रभारी को अलर्ट मोड में रहने एवं अपने-अपने सूचना तंत्र को सक्रिय रखने का निर्देश दिया। साथ ही सभी को अपने क्षेत्र अंतर्गत शांति समिति की बैठक सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। बैठक में मुख्य रूप से बताया गया कि राज्य सरकार से कोविड-19 के मद्देनजर प्राप्त गाइडलाइन के तहत रामनवमी पर्व के जुलूस में 100-100 के ग्रुप में श्रद्धालु निकल सकते हैं तथा जहां पर सभी का मिलान होगा, वहां पर जुलूस में श्रद्धालुओं की अधिकतम संख्या 1000 से अधिक नहीं होगी तथा शाम को 6 बजे तक ही धार्मिक जुलूस का आयोजन किया जाएगा।

बताया गया कि गाइडलाइन के अनुसार धार्मिक जुलूस में रिकॉर्डेड म्यूजिक, डीजे बजाने की मनाही रहेगी। इसके अलावा क्षेत्र अंतर्गत निबंधित सभी अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष व सचिव से समन्वय स्थापित करते हुए उनके द्वारा आयोजित धार्मिक जुलूस के मार्गों का निरीक्षण तथा आयोजन के दिन जुलूस चिन्हित किया जाएगा। बैठक में निर्देश दिया गया कि क्षेत्र अंतर्गत पुलिस पदाधिकारी सहित संबंधित पदाधिकारी सोशल मीडिया पर विशेष निगरानी रखेंगे ताकि किसी भी प्रकार की कोई भी आपत्तिजनक संदेश का फैलाव न हो सके। साथ ही त्योहार आयोजन के दिन फायर ब्रिगेड, बिजली विभाग, पेयजल विभाग एवं नगर परिषद के पदाधिकारी पूर्ण रूपेण सतर्क रहेंगे, जिससे कोई अप्रिय घटना घटित न हो सके।

बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री रेणु ने कहा कि आखाड़ा समिति का रूट परिवर्तित नहीं होगा। पुरानी रूट ही रहेगी। ट्रेफिक व्यवस्था को व्यवस्थित करने के लिए ट्रेफिक डीएसपी को निर्देश दिया। सभी अनुमंडल मुख्यालयों में कंट्रोल का संचालन किया जाएगा। सोशल मीडिया पर विशेष निगरानी रखेंगे। किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं हो, किसी भी सूचना पर अपने वरीय पदाधिकारियों को सूचित करते हुए त्वरित कार्रवाई करेंगे। इस दौरान कोविड अनुरूप व्यवहारों यथा सामाजिक दूरी, फेस मास्क, हैंड सेनेटाईजर का उचित अनुपालन सभी के लिए अनिवार्य होगा। कहा कि पूर्व में दंगा एवं साम्प्रदायिक काण्डों में संलिप्त या आरोपित रहे या किसी व्यक्ति विशेष के बारे में यह जानकारी हो कि वह व्यक्ति साम्प्रदायिक दंगा या अफवाह फैलाते हो तो ऐसे व्यक्तियों की सूची साथ रखने के साथ ही जरूरत पड़ने पर विधि सम्मत कार्रवाई करें।

बैठक में मुख्य रूप से पुलिस अधीक्षक, सीआरपीएफ सार्जेंट, उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, आईएएस प्रशिक्षु, डीआरडीए निदेशक, उप नगर आयुक्त, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सिविल सर्जन, जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला नजारत उप समाहर्ता, कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, कार्यपालक अभियंता, विद्युत विभाग, सभी थाना प्रभारी एवं संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

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