गांवा प्रखंड के ढिलुआ गांव में आदिवासी समूदाय के लोगों के लाल कार्ड रद्द होने से भुखमरी की स्थिति
- लाल कार्ड रद्द होने के बाद ग्रीन कार्ड तो बना पर कई सदस्य का नाम है गायब
- इलाके में नही है रोजगार का कोई साधन
गिरिडीह। गावां प्रखंड अंतर्गत आमतरो पंचायत के ग्राम ढिलूआ में इन दिनों लाल कार्ड रद्द हो कर ग्रीन कार्ड निर्गत किए जाने से आदिवासियों की समस्याएं काफी बढ़ गई हैं। इतना ही नहीं क्षेत्र में रोजगार नहीं होने से उन्हें एंव उनके बच्चों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। विदित हो कि ढीलुआ गांव आदिवासी बहुल इलाका है। यहां लगभग 40 घर हैं और यहां के लोगों की कुल आबादी 300 से अधिक है। अक्टूबर 2021 से पहले यहां के लगभग सभी घरों में लाल कार्ड था किंतु किसी कारण वश अधिकांश लाल कार्ड को रद्द कर दिया गया और बाद में उन्हें ग्रीन कार्ड निर्गत कर दिया गया। ग्रीन कार्ड निर्गत किया गया तो उसमे भी परिवार के सिर्फ एक या दो सदस्य का नाम डाला गया है जिससे उनके परिवार का भरण पोषण करना दुर्लभ हो गया है। वर्तमान समय में अगर इनकी स्थिति की बात करें तो बीते 8 माह से इन्हे राशन भी नहीं मिला है। जिससे उन्हें जीवन यापन करने में काफी कठिनाइयां का सामना करना पड़ रहा है।

जानकारी देते हुए गांव के अमित बास्के ने बताया कि गांव के लोगों के पास रोजगार का कोई भी साधन नही है और ऐसे में लाल कार्ड से मिलने वाले अनाज उनके लिए आशा की किरण थी। किंतु लाल कार्ड रद्द हो जाने के बाद जब से हरा कार्ड उन्हें मिला है उन्हें व उनके परिवार के समक्ष भूखे मरने की नौबत आ गई है। वहीं गांव के ही मुन्नी बेसरा, समरा मरांडी सहित अन्यस ग्रामीणों ने बताया कि एक परिवार में 7 से लेकर 12 सदस्य है। छोटे छोटे कई बच्चे हैं। गांव के आबादी जंगल से दैनिक लकड़ी काट कर बेचने का कार्य करती है। और इससे मिलने वाले पैसों से परिवार का भरण पोषण करना कठिन है। उनका एक मात्र सहारा लाल कार्ड था जो रद्द हो चुका है। अब ऐसे में वे अपने परिवार का भरण पोषण कैसे करें। उन्होंने सरकार से पुनः लाल कार्ड या पीला कार्ड निर्गत कराने की मांग की है।

इधर कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन के कार्यकर्ता छोटे लाल पांडेय ने कहा कि ग्रामीणों की समस्याओं को देखते हुए उपायुक्त को आवेदन दिया जा रहा है। साथ ही इसे लेकर ग्रामीणों के साथ वे गावां बीडीओ और एमओ से मिलकर गांव की स्थिति से अवगत कराने का कार्य करेंगे। साथ ही उन्हें पुनः लाल कार्ड निर्गत करवाने को लेकर लिखित आवेदन भी सौंपेंगे।