शहीद हुए हवलदार चौहन हेंब्रम के परिजनों से मिलने पहुुंचे असम के सीएम हेमंत विश्वा शर्मा
- हेमंत सरकार पर जमकर बरसे, कहा कहां गया हेमन्त बाबू का आदिवासी प्रेम
- एक हवलदार के भरोसे खुंखार अपराधी की निगरानी छोड़ना पुलिस की लापरवाही
गिरिडीह। झूठे मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर हजारीबाग में इलाज कराने के दौरान हवलदार चौहन हेंब्रम की हत्या कर फरार हुए आजीवान कारावास का अपराधी शाहिद अंसारी मामले में पुलिस लगातार रेड कर रही है। वहीं दूसरी तरफ असम के मुख्यमंत्री हिमांता विश्वा शर्मा शनिवार को देवघर हवाई अड्डे से बेंगाबाद विष्णीशरण गांव स्थित मृतक हवलदार चौहन हेंब्रम का घर पहुंचे। इस दौरान उनके साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और जिला अध्यक्ष महादेव दुबे, पूर्व विधायक निर्भय शाहाबादी, जिप अध्यक्षा मुनिया देवी, चुन्नूकांत, मुकेश जालान, सिकंदर हेंब्रम, रंजीत मरांडी, शिवपूजन राम समेत कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे। असम सीएम ने शहीद हवलदार की माता रोशनी देवी और साढो से मुलाकात करने के साथ ही हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। जबकि असम सीएम के आने की सूचना पर राज्य सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन ने मृतक की पत्नी और बेटो बेटियों को पहले ही घर से हटा दिया था। राज्य सरकार की इस इस हरकत से असम सीएम काफी गुस्से में दिखे।
मौके पर उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बनने के बाद दोषी शाहिद अंसारी को फांसी दिलाना ही भाजपा सरकार का मकशद होगा। इस दौरान उन्होंने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि हेमंत सरकार का कोई प्रतिनिधि का इस प्रभावित परिवार के पास नहीं आना और किसी से मिलना नहीं, ये हेमंत सरकार के आदिवासी हितों की बात करना बेईमानी साबित करता है। ऐसे में तुष्टिकरण में डूबी राज्य सरकार मृतक के परिजनों को मुआवजा और नौकरी का आश्वासन देना तो दूर की बात है। कहा कि हेमंत सोरेन खुद भी एक आदिवासी है और चौहन हेंब्रम की हत्या का उन्हें कोई दर्द नहीं हो रहा है, ऐसा क्यों, कहा गया हेमंत सोरेन का आदिवासी प्रेम। सिर्फ सत्ता पाने के लिए आदिवासी प्रेम दिखाया जाता है।
इस दौरान उन्होंने झारखंड पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा कि एक अकेले हवलदार के भरोसे एक खूंखार अपराधी को इलाज के लिए छोड़ दिया जाना झारखंड पुलिस की लापरवाही ही है।