शराब के अवैध कारोबार का विरोध किया, तो गिरिडीह के मंसाडीह पुलिस ने कर दी ग्रामीणों की पीटाई
गिरिडीहः
गिरिडीह के तिसरी थाना क्षेत्र के मंसाडीह ओपी थाना पुलिस ने शराब तस्करी का विरोध कर रहे ग्रामीणों की पीटाई कर दिया। घटना सोमवार की देर रात का बताया जा रहा है। जब बिहार के जमुई के शराब माफिया बाईक से उजवे गांव शराब का खेप लेकर मंसाडीह से गुजर रहे थे। इसी दौरान स्थानीय ग्रामीणों ने जब शराब माफियाओं का राास्ता रोक कर विरोध किया। तो शराब ले जाने इंकार कर दिया, तो ग्रामीणों द्वारा शराब माफियाओं को रोके जाने की जानकारी मंसाडीह ओपी पुलिस को मिली। इस दौरान मंसाडीह की पुलिस वहां पहुंची तो जरुर। लेकिन माफियाओं को दबोचने के बजाय उन्हें आसानी से बिहार-झारखंड का सीमा पार कराया। और विरोध कर रहे ग्रामीणों की पीटाई कर दिया। घटना के दुसरे दिन ग्रामीणों ने मंसाडीह पुलिस का विरोध भी किया। विरोध कर रहे ग्रामीणों में नरेश ठाकुर, ललिता देवी, नौशाद अंसारी, शिबू ठाकुर, कलावती देवी समेत अन्य ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि मंसाडीह पुलिस के संरक्षण के कारण महुआ शराब का अवैध कारोबार गिरिडीह के इस नक्सल इलाके से जमुई तक हो रहा है। विरोध कर रहे ग्रामीणों का कहना था कि हर रात ऐसा होता है। महुआ शराब बनाने के धंधे में मंसाडीह के ही कुछ ऐसे परिवार शामिल है जो संथाली बोलते है। और कुछ रुपयों के लालच में जमुई के तस्करों को हर रात देशी शराब की खेप उपलब्ध कराते है। ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि अवैध कारोबार में शामिल शराब माफियाओं द्वारा जमुई के उपजे गांव में अवैध शराब का डंप किया जाता है। जहां से इस अवैध स्टाॅक को जमुई के अलग-अलग हिस्सों में भेजा जाता है। विरोध कर रहे ग्रामीणों ने मंसाडीह ओपी पुलिस के खिलाफ कार्रवाई का मांग किया है।