मुहर्रम के सांतवी तारीख के मौके पर गिरिडीह के इमामबाड़ो में खड़े किए गए निशान
गिरिडीहः
इमाम हुसैन के शहादत में मनाया जाने वाला मुस्लिम समुदाय के पर्व मुहर्रम की तैयारी तो गिरिडीह में की जा रही है। लेकिन कोरोना महामारी ने काफी हद तक पर्व के उत्साह में कमी दिख रही है। जुलूस निकालने से लेकर ताजियों को लेकर सामूहिक रुप से निकालने पर भी काफी हद तक पांबदी है। यहां तक डीजे के इस्तेमाल पर प्रशासन ने पांबदी लगा रखा है। लिहाजा, मुस्लिम समुदाय के बुद्धिजीवियों से लेकर युवाओं में पांरपरिक रुप से मुहर्रम के नहीं मनाने की मायूसी भी दिख रही है। वैसे मंगलवार को सांतवी तारीख के बीच शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों के इमामबाड़ो में समुदाय के युवाओं ने निशान खड़ा किया। और इमाम हुसैन के समक्ष इबादत किया। इस दौरान मुहर्रम के सांतवी तारीख को लेकर इमामबाड़ो के समीप निशान खड़ा करने के साथ गली-मुहल्लों में भी लोगों ने निशान खड़ा किया। तो डेग व सिरनी फातिहा किया। डेग व सिरनी फातिहा करने के साथ मुस्लिम समुदाय के श्रद्धालुओं ने डेग फातिहा के प्रसाद का वितरण भी किया। वैसे अल्पसंख्यक इलाकों में सांउड सिस्टम से मुहर्रम के पांरपरिक कव्वालियों की गूंज सुनाई पड़नी शुरु हो गई है।
इधर मुहर्रम को लेकर ही गिरिडीह प्रशासन की सक्रियता तेज हो गई है। हर संवेदनशील और अतिसंवेदनशील स्थानों पर पुलिस की गश्ती की जा रही है। तो एसपी ने हर थानेदारों को असमाजिक तत्वों से निपटने को लेकर कड़े निर्देश भी जारी किया है।