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42 जंगली हाथियों का अचानक पहुंच गया गिरिडीह के गांडेय, ग्रामीणों को खदेड़ा, दादा-पोती की कुचल कर मौत

धनबाद के टुंडी के क्षेत्रों में उत्पात मचा रहा 42 जंगली हाथियों का झुंड सोमवार की देर रात गिरिडीह के गांडेय थाना इलाकों में घुस गया। हाथियों का यह झुंड बराकर नदी पार करते हुए गांडेय के इलाकों में प्रवेश किया। जबकि मंगलवार की सुबह हाथियों के इसी झुंड ने गांडेय के बांकीखुर्द टोला के रास्ते करमई बभनडीहा पहुंचा। इसके बाद हाथियों का दल अहिल्यापुर थाना क्षेत्र के बोना बाघाडीह पहुंचा। जहां बनखंजो नदी के समीप हाथियों के झुंड को देखने पहुंचे दादा-पोती को जंगली हाथियों ने कुचल कर मार दिया। मृतकों में अहिल्यापुर थाना क्षेत्र के कोरियाद गांव निवासी 55 वर्षीय जनाउल अंसारी और उनकी सात वर्षीय पोती नूरजहां खातून शामिल है।

जानकारी के अनुसार दोनों दादा-पोती मंगलवार की सुबह जानकारी मिलने के बाद अहिल्यापुर थाना क्षेत्र और जामताड़ा जिले से सटे बनखंजो नदी के समीप पहुंचे। जहां हाथियों के दल ने दोनों को चपेट में लेते हुए कुचल कर मार दिया। जानकारी के अनुसार हाथियों के इस दल पर अचानक ग्रामीणों ने पत्थर से हमला करना शुरु कर दिया। जिसे हाथियों का दल गुस्से में भड़क उठा, और ग्रामीणों को दौड़ाना शुरु कर दिया। लिहाजा, इसी भाग-दौड़ में दोनों दादा-पोती चपेट में आ गए।

इधर गांडेय थाना क्षेत्र के करमई बभनडीहा गांव में ही हाथियों के इस दल ने करीब आधा दर्जन किसानों के धान की फसल को नुकसान पहुंचाया है। और फसलों को नुकसान पहुंचाते ही हाथियों का दल अहिल्यापुर के बनखंजो नदी के समीप पहुंच चुका था। इधर घटना के बाद इलाके के समाजिक कार्यकर्ता सह झामुमो नेता इम्तियाज अहमद और सलीम ने बताया कि दोनों थाना की पुलिस और वन विभाग को जानकारी दिए जाने के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुआ है। जिसके कारण यह दर्दनाक घटना हुई। जबकि ग्रामीणों ने अपने और से आग जलाकर और आतिशबाजी छोड़कर हाथियों के दल को भगाने का प्रयास किया।

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