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गिरिडीह में गिरफ्तार छह साइबर अपराधी ने गूगल में कर रखा था अपना 13 मोबाइल नंबर पंचए डॉक्टर को कॉल करने वाला होता इनके अपराध का शिकार

गिरिडीह
गिरिडीह के साइबर थाना पुलिस ने पिछले 24 घंटे में आठ साइबर अपराधियों को दबोचा है। इसमें एक अपराधी मुकेश तिवारी बेहद शातिर नटवरलाल है। और गांडेय के जोक्तियाबाद का रहने वाला है। लेकिन अपराधी ऐसा वैसा नहीए बल्कि बेहद शातिर। क्योंकि मुकेश तिवारी अपने गिरोह के साथियों में देवातांंद गांव निवासी टार्जन अंसारीए महबूब अंसारी और साबिर अंसारी के साथ मिलकर डॉक्टर के पास अपॉइटमेंट लगाने वाले लोगो को ठगता था। इस दौरान साइबर पुलिस ने मुकेश और इसके साथियों के निशानदेही पर गांडेय के भलुआ गांव निवासी नईम अंसारी और बेंगाबाद के शरीफ अंसारी को भी दबोचा है। पूछताछ के दौरान गिरफ्तार अपराधियों ने जो कबूला वो चौकाने वाला था। लिहाजा बुधवार को एसपी दीपक कुमार शर्मा और साइबर डीएसपी संदीप सुमन ने बताया की गिरफ्तार आठों अपराधी गूगल में अपने नंबर को पंच कर रखे थे। और इसका खुलासा भी इन अपराधियों के पास से बरामद 11 मोबाइल सेट और 15 फर्जी सिम कार्ड से हुआ है। जिसमे गूगल में यही सारे नंबर पंच किए हुए मिले। और इन्ही पंच नंबर के साथ जब भी कोई व्यक्ति अपने किसी मरीज को दिखाने के लिए गूगल में अपॉइटमेंट लेने के काल करता थाए तो एक नए एप मित्रा ंचच का इस्तेमाल कर कॉल करने वाले से सीधे ठगी कर लेता था।

एसपी की माने तो मित्रा एप एक ई वॉलेट है। जिसका इस्तेमाल ये अपराधी गूगल में किसी भी डॉक्टर का नम्बर लेने वाले को सर्च कर ठगा करते थे। एसपी और साइबर डीएसपी संदीप कुमार ने बताया की वैसे गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने दो और अपराधियों को दबोचा है जिसमे बिरनी के करमातांड से विशाल मंडल और गोविंद मंडल शामिल है। लेकिन गांडेय और बेंगाबाद के इलाके से गिरफ्तार आठों साइबर अपराधी बेहद शातिर निकले। इसमें मुकेश तिवारी शामिल है। क्योंकि इसका भाई उज्ज्वल तिवारी पहले इसी तरह की ठगी में जेल जा चुका है। उज्ज्वल के अपराधिक इतिहास के कारण मुकेश तिवारी का नाम तीन साल पहले सामने आया था।

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