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चिकित्सा प्रभारी और एएनएम की लापरवाही से गर्भस्थ में हुई शिशु की मौत

रेफर करने के लिए मांगे पांच हजार रूपये
पीड़ित परिवार ने चिकित्सा प्रभारी और एएनएम के खिलाफ दर्ज कराई प्राथमिकी
पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे विधायक सहित प्रशासनिक अधिकारी

गिरिडीह। जिले के सरिया थाना क्षेत्र के खैराबाद के रहने वाले मथुरा प्रसाद की पत्नी ने गीता देवी ने हजारीबाग जिले के बरकट्ठा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत चिकित्सा प्रभारी डॉ रजनी कांत एवं लेबर रूम में नियुक्त एएनएम लक्ष्मी सुमन पर नवजात को मां के गर्भ में ही मारने का आरोप लगाया है। थाने में दिये आवेदन के अनुसार उन्होंने कहा है कि 21 अक्टूबर को अपनी पुत्री पूनम देवी, पति इंद्रदेव प्रसाद ,ग्राम खैराबाद को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरकट्ठा में डिलीवरी करवाने आई थी। अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी रजनीकांत तथा एएनएम लक्ष्मी सुमन की लापरवाही से प्रसुति का समुचित इलाज नहीं किया गया और उसे दर्द की अवस्था में ही तड़पने के लिए छोड़ दिया गया।

अर्धरात्रि को रूपये देने के बाद किया रेफर

कहा कि जब उनलोगों ने उचित इलाज के लिए सदर अस्पताल हजारीबाग रेफर करने को कहा तो इनके द्वारा पांच हजार की मांग की गई। पैसा खोज कर करीब 2.30 बजे रात्रि दी तो एएनएम के द्वारा प्राइवेट वाहन से बरकट्ठा में स्थित दुर्गा नर्सिंग होम भेज दिया गया। जहां प्रसुति ने मृत बच्चे को जन्म दिया। आवेदन में चिकित्सा प्रभारी रजनीकांत तथा एएनएम लक्ष्मी सुमन को दोषी कहा गया है।

एएनएम की पहले भी मिल चुकी है परिजनों से पैसे लेने की शिकायत

इधर घटना की जानकारी मिलने पर स्थानीय विधायक अमित यादव, बरही एसडीओ कुमार ताराचंद ,मुखिया संघ अध्यक्ष बसंत साव, सीओ निर्मल सोरेन बरकट्ठा थाना पहुंचे। सभी ने पीड़ित परिवार से मिलकर उचित कानूनी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। विधायक अमित यादव ने कहा कि एएनएम द्वारा पैसा लेकर प्रसव कराने की शिकायत मुझे कई बार मिली है। उपस्थित लोगों ने कहा कि लक्ष्मी सुमन प्रसव करवाने वाले परिजनों से जबरन पैसे लेती हैं।

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