गिरिडीह प्रशासन की लापरवाही ने किसानों को सड़क पर आंदोलन के लिए किया मजबूर
रोड जाम के साथ प्रदर्शनकारियों के हाई वोल्टेज ड्रामा ने पुलिस के उतारे पसीने
प्रदर्शन में किसानों ने लगाया कर्मियों पर रिश्वत मांगने का आरोप
गिरिडीहः
रजिस्ट्रर टू को लेकर गिरिडीह किसान मोर्चा के तेवर पिछले कई माह से सख्त रहे है। लेकिन नाकाम और लापरवाह प्रशासन की नाकामी ऐसी रही कि एक माह के धरना के दौरान अधिकारियों से मिले अधूरे भरोषे ने मंगलवार को सैकड़ो किसानांे को सड़क पर उतरने के लिए मजबूर कर दिया। और पल भर में शहर का टावर चाौक प्रदर्शनकारी और पुलिस के नोकझोक ने रणक्षेत्र में बदल गया। इतना ही नही इसी आंदोलन के दौरान पुलिस ने किसान मोर्चा के नेता अवधेश सिंह को थाना कांड संख्या 48/2022 में गिरफ्तार कर जेल भेजा। तो इसका गुस्सा भी मंगलवार को किसान मोर्चा के प्रदर्शनकारियों में देखने को मिला। इस दौरान किसान मोर्चा के नेत्तृव में सैकड़ो की संख्या में जिले के अलग-अलग इलाकों से किसान पहुंच गए। और प्रशासन की नाकामी के खिलाफ जमकर प्रदर्शन करते हुए टावर चाौक को जाम कर दिया। पहले इक्का-दुक्का जवानों ने प्रदर्शनकारी किसानों को समझा कर रोड जाम हटाने का प्रयास किया।

लेकिन नहीं माने तो डीएसपी सदर एसडीएम विशालदीप खलखो, डीएसपी संजय राणा, कार्यपालक दडांधिकारी धीरेन्द्र कुमार और नगर थाना प्रभारी राम नारायण चाौधरी प्रदर्शनकारियों को समझाने पहुंचे, और रोड जाम हटाकर वार्ता के लिए एसडीएम कार्यालय पहुंचने को कहा।

इसके बाद भी प्रदर्शनकारी नहीं माने, तो हटाने का प्रयास किया गया। लेकिन इसी मंे प्रदर्शनकारी हिसंक होते हुए पुलिस कर्मियों से उलझ गए। महिलाओं से लेकर हर एक प्रदर्शनकारी इस दौरान पुलिस कर्मियों को धक्का-मुक्की करते हुए रोड जाम करने लगा। तो एक महिला प्रदर्शनकारी पुलिस जीप में ही बैठ गई। जबकि बगोदर के कुंजलाल साव पुलिस जीप की गाड़ी के नीचे सो गए। काफी प्रयास के बाद उसे बाहर निकाला गया। लेकिन इस पूरे हाई वोल्टेज ड्रामा के बीच पुलिस संयमित रही। और प्रदर्शनकारियों को समझा-बुझाकर हटाने का प्रयास करती रही। जबकि प्रदर्शनकारियों की मांगे थी कि किसानों से रजिस्ट्रर टू की कापी निकालने के लिए बड़े पैमाने पर रिकार्ड रुम में रिश्वत की मांग की जाती है। और नही देने पर जिले के किसानों को परेशान भी किया जाता है। यहां तक कि बगैर चढ़ावा दिए रिकार्ड रुम के कर्मचारी किसी जमीन के रजिस्ट्रर टू का नकल नहीं देते। लेकिन जब उनके मोर्चा के नेता अवद्येश सिंह ने आंदोलन किया। तो उन्हें जेल भेज दिया गया। लिहाजा, प्रदर्शनकारियों ने रिश्वत मांगने की पंरपरां को खत्म करने और मोर्चा के नेता को छोड़ने की मांग करते हुए अपनी गिरफ्तारी दिया। इस दौरान पुलिस ने धारा 151 में प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर थाना ले गए।