उत्तर-पूर्वी भारत में शिक्षा के क्षेत्र में परचम लहरा रहे गिरिडीह के सलूजा गोल्ड स्कूल में शानदार अंदाज में मनाया गया वार्षिक महोत्सव, समाजिक के साथ राष्ट्रहित के मुद्दों पर प्रतिभागियो ंने पेश किया कार्यक्र्रम
गिरिडीहः
शिक्षा के क्षेत्र में उत्तर-पूर्वी राज्य में परचम लहरा रहे गिरिडीह के सलूजा गोल्ड इंटरनेशनल स्कूल में शुक्रवार की शाम वार्षिक महोत्सव का शानदार कार्यक्रम आयोजित किया गया। ठंड के बीच हुए वार्षिक महोत्सव में स्कूल के छात्रों के साथ उनके अभिभावक भी शामिल हुए। जबकि महोत्सव का उद्घाटन देवघर एम्स के निदेशक डा. सौरभ वार्ष्णेय, प्रोफेसर सह चिकित्सक डा. हरमिंदर सिंह, एम्स के चिकित्सक डा. दीपक कुमार, सलूजा गोल्ड समूह के चैयरमेन डा. अरमजीत सिंह सलूजा, निदेशक जोरावर सिंह सलूजा और स्कूल की प्राचार्य नीता दास ने दीप जलाकर किया। जबकि छात्रों द्वारा गणेश और माता सरस्वती की वंदना पेश कर इस वार्षिक महोत्सव की शुरुआत हुई। इसके बाद शुरु हुआ छात्रों द्वारा धमाकेदार अंदाज में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का।
मौके पर प्री-प्राईमरी के नन्हें छात्रों ने बार्बी द फेरी लैंड पर डांस पेश किया। नन्हें प्रतिभागियों के प्रस्तुती ने अभिभावकों को हंसाया। तो अतिथि भी नन्हें प्रतिभागियों के डांस पर खूब हंसे। और तारीफ किया।
लेकिन समाजिक मुद्दों के साथ देश से जुड़े कई मुद्दों पर आधारित विषयों को जब प्रतिभागियों ने नृत्य और भाषण के माध्यम से रखा। तो इनके प्रदर्शन की जमकर सराहना हुई। इस दौरान छात्रों द्वारा फिजिकल फिटनेस को लेकर ही योगा की शानदार प्रस्तुती दी गई। जबकि केजी-2 के ही नन्हें प्रतिभागियों ने सैनोरीटा गाने पर आर्कषक डांस पेश किया। वहीं एक प्रतिभागी के द्वारा बचपन के बीते यादों वो पल पर हिंदी भाषा में दिए गए भाषण की सराहना भी अभिभावकों द्वारा खूब किया गया।
देश के महान शिक्षाविद् रामानुज की जीवनी पर अपने विचारों को रखा। जबकि बाल मजदूरी पर आधारित डांस के माध्यम से कई प्रतिभागियों ने बाल श्रम को देश के लिए अभिशाप बताया। जबकि महिला सशक्तिरण की दिशा में तेजी से बढ़ते भारत की तस्वीर को प्रतिभागियों को नृत्य और एकांकी के माध्यम से दर्शाया।
वार्षिक महोत्सव के मौके पर भांगड़ा की वेशभूषा में मंच पर उतरे प्रतिभागियों के भांगड़ा डांस की भी जमकर सराहना किया।
इधर स्कूल के वार्षिक महोत्सव को लेकर एम्स के निदेशक डा. सौरभ ने कहा कि सलूजा गोल्ड इंटरनेशनल स्कूल अपने नाम के अनुपरु ही बच्चों को एक स्वच्छ और शिक्षित राष्ट्र के लिए निर्माण में लगा है। ऐसी तस्वीरें बेहद कम देखन को मिलता है जब बच्चों को समाजिक और देशहित के मुद्दों पर दर्शकों को मंच पर दिखाना है। और स्कूल के वार्षिक महोत्सव के दौरान यही दिखा।
सलूजा गोल्ड के चैयरमेन डा. सलूजा ने कहा कि स्कूल को शुरु हुए बहुत अधिक दिन नहीं हुए है। कम दिनों में सलूजा गोल्ड स्कूल ने छात्रों को समझाना शुरु किया है कि समाज में शिक्षा और शिक्षित युवा का क्या महत्व है। और इस दिशा में सलूजा गोल्ड ने पूरी ताकत झोंक रखा है। इधर वार्षिक महोत्सव को सफल बनाने में स्कूल की डिप्टी डायरेक्टर रमणप्रीत कौर सलूजा, रुपा मुद्रा, तरणजीत सिंह सलूजा समेत स्कूल के शिक्षक-शिक्षिकाओं ने महत्पूर्ण भूमिका निभाया।