कोरोना के खतरे से बचाने के लिए शहर में समाजिक संस्थाओं ने श्रद्धालुओं को दिया माॅस्क
गिरिडीहः
कोरोना काल में भी लोकआस्था व सूर्योपासना के महापर्व को लेकर गिरिडीह में उत्साह व आस्था का माहौल रहा। हालांकि राज्य सरकार के गाईड लाईन का श्रद्धालुओं ने खुद भी सही से पालन नहीं किए। लिहाजा, छठ घाटों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। तो अधिकांश के चेहरे से माॅस्क ही गायब था। युवा हो या महिला या युवतियां। कमोवेश, छठ मईया और अस्ताचलगामी भगवान सूर्य के उपासना में हर कोई डूबा था। लेकिन बगैर माॅस्क के। वहीं कई लोग माॅस्क को अपने जेब में ही रखे हुए थे। जबकि शहर के कई स्थानों पर डाला और सूप लेकर जा रहे श्रद्धालुओं के साथ पूजा-अर्चना के लिए जा रहे लोगों को समाजिक संस्था के सदस्य माॅस्क पहनाते नजर आएं। मकतपुर चाौक में ही लखन बरनवाल और राजेन्द्र लाल राजन समेत कई युवा अपने स्तर से लोगों को माॅस्क देते नजर आएं। जबकि डाला लेकर जा रहे श्रद्धालुओं के चेहरे पर माॅस्क लगा रहे थे। साथ ही लोगों को कोरोना के खतरे से बचाव की अपील भी कर रहे थे। समाजिक संस्थाओं के सदस्य लगातार लाउडस्पीकर के माध्यम से श्रद्धालुओं से कोरोना के खतरे से आगाह करते हुए छठ घाटों पर माॅस्क लगाकर जाने की अपील करते नजर आएं।