जिले के स्कूलों को मॉडल स्कूल बनाने की कवायद हुई तेज
- बैठक में लिये गये कई निर्णय
- जिले के कुल 18 विद्यालय बनेंगे आदर्श विद्यालय
- छात्रों को प्रोत्सोहित करने के लिए समय समय पर करें पुरस्कृत: विधायक
कोडरमा। समाहरणालय सभागार में उपायुक्त आदित्य रंजन के निर्देशानुसार सोमवार को जिले के सभी सरकारी माध्यमिक एवं पल्स टू विद्यालयों के प्रधानाध्यापक व प्रभारी प्रधानाध्यापक के साथ बैठक आहूत की गई। बैठक में मुख्य रूप से कोडरमा विधायक डॉ० नीरा यादव एवं अनुमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार शामिल हुए। उपायुक्त द्वारा जिले के विद्यालयों का उन्नयन करते हुए आदर्श विद्यालय बनाने की कवायद जो शुरू की गई है, उस पर विस्तृत रूप से चर्चा की गई।
बैठक में बताया गया कि पूर्व उपायुक्त द्वारा कुल 14 विद्यालयों के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए मॉडल स्कूल बनाया जा रहा था। जिसे देखते हुए अन्य विद्यालयों के प्रधानाध्यापको द्वारा उनके विद्यालयों को भी आदर्श विद्यालय बनाने की दिलचस्पी दिखाई गई। जिसे देखते हुए बैठक में अन्य चार विद्यालयों को मॉडल स्कूल बनाने की सूची में शामिल किया गया। अब जिले के कुल 18 विद्यालय आदर्श विद्यालय के रूप में तैयार होंगे।
बैठक में उपस्थित विधायक डॉ० नीरा यादव ने सरकारी विद्यालयों को ओर भी बेहतर बनाने के इस प्रयास की सराहना करते हुए जिला प्रशासन एवं विद्यालयों के प्रधानाध्यापको को धन्यवाद किया। इसके पश्चात अपना सुझाव देते हुए कहा कि सभी विद्यालयों में योगा क्लास शुरू करने के साथ ही परीक्षा के अलावे खेलकूद, पेंटिंग या अन्य कोई भी प्रतियोगिता में बेहतर करने वाले छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र एवं पुरस्कार देकर सम्मानित करें। इससे बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे दूसरी बार ओर भी मेहनत के साथ कार्य करेंगे।
वहीं अनुमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार ने मौके पर उपस्थित सभी प्रधानाध्यापको को कहा कि कोई भी विद्यालय फण्ड राशि से आदर्श नहीं बनता है बल्कि आत्मबल से आदर्श विद्यालय का निर्माण होता है। कितनी भी राशि खर्च कर दे लेकिन जब तक शिक्षकगण नहीं चाहेंगे तब तक कोई विद्यालय एक आदर्श विद्यालय नहीं बन पाएगा। कहा कि प्लस टू विद्यालयों में 18 वर्ष या उससे अधिक आयुवर्ग के छात्र छात्राओ का मतदाता पहचान पत्र अविलंब बनवाना सुनिश्चित करें। बैठक में एडीपीओ, डीपीएमयू के सभी सदस्य एवं शिक्षक उपस्थित थे।