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प्रधानमंत्री रोजगार सृजन जागरूकता शिविर का आयोजन

  • युवक-युवतियों ने बैंकों द्वारा अधिकांश आवेदन रद्द किये जाने की की शिकायत

कोडरमा। केन्द्रीय शिक्षा राज्यमंत्री सह सांसद कोडरमा अन्नपूर्णा देवी की पहल पर बुधवार को चाराडीह, कोडरमा स्थित सांसद आवासीय कार्यालय में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम से सम्बंधित जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के सौजन्य से आयोजित इस कार्यक्रम मे पीएमईजीपी के तहत ऋण प्राप्त कर स्वरोजगार के इच्छुक लोगों को आवश्यक प्रावधानों सुविधाओं और प्रक्रियाओं की जानकारी दी गयी।

इस अवसर पर खादी ग्रामोद्योग आयोग, क्षेत्रीय कार्यालय रांची के कार्यकारी पदाधिकारी सुनील कुमार एवं सहायक निदेशक राजीव कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर 2015 में शुरू हुआ। यह कार्यक्रम बेरोजगार युवक-युवतियों को स्वरोजगार उपलब्ध कराने का सशक्त माध्यम बन गया है। इस कार्यक्रम के तहत आवेदकों को मैन्युफेक्चरिंग क्षेत्र के लिए 25 लाख तक तथा सेवा क्षेत्र के लिए 10 लाख रुपये तक का ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है और इसमें भारत सरकार द्वारा 15 से 35 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जा रही है। इस कोटि के ऋण के लिए गारंटी की आवश्यकता नहीं तथा ब्याज की दर भी तुलनात्मक रूप से काफी कम है।
शिविर में उपस्थित कई युवक-युवतियों ने बैंकों द्वारा अधिकांश आवेदन रद्द किये जाने की शिकायत की तथा कोडरमा जिले में लक्ष्य के अनुरूप पीएमईजीपी का ऋण स्वीकृत नहीं होने का आरोप भी लगाया।

अग्रणी बैंक प्रबंधक महेश प्रसाद ने कहा कि कुछ मामलों में आवेदन के त्रुटिपूर्ण होने या वांछित आहर्ता न होने के कारण आवेदनों को अस्वीकृत होना स्वाभाविक है।
हलांकि शिकायतों को संज्ञान लेते हुए उन्होंने कहा कि निराधार वजहों से ऋण का आवेदन अस्वीकृत करने वाले बैंक प्रबंधको के विरुद्ध साक्ष्य सहित शिकायत मिलने पर कठोर कारवाई संभव है। उन्होंने कहा कि पीएमईजीपी भारत सरकार की महात्वाकांक्षी और आत्म निर्भर भारत का निर्माण करने वाली योजना है। अधिक से अधिक बेरोजगार युवक-युवतियों को इसका लाभ उठाने के लिए आगे आना चाहिए।

कार्यक्रम में जिला उद्योग केन्द्र के समन्वयक सत्यनारायण प्रसाद, जिला कोडरमा जिला सांसद प्रतिनिधि वीरेन्द्र कुमार मेहता के अलावे कई अन्य लोग भी उपस्थित थे।

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