पंचायत सचिवालयों में कृषि के लिए कार्यालय कक्ष की हो व्यवस्था: केदार
विधायक ने जमुआ प्रखण्ड कार्यालय में सरसो, मसूर एवं गेहूं के बीज का किया वितरण
गिरिडीह। कृषि क्षेत्र में आत्म निर्भर हुए बिना गांवों में खुशहाली नही आ सकती। सरकार को कृषकों की जरूरतों के अनुसार बीज व खाद उपलब्ध कराना चाहिए। उक्त बातें जमुआ के विधायक केदार हजरा ने बुधवार को जमुआ प्रखण्ड कार्यालय में आयोजित बीज वितरण शिविर में बतौर मुख्य अतिथि कही। उन्होंने कहा कि जमुआ बड़ा प्रखण्ड है बावजूद पैक्सों में एवं प्रखण्ड में ऊंट के मुंह में जीरा के समान बीज भेजे गए। कहा कि जरूरतों के मुताबिक बीज उपलब्ध नहीं होने से कृषि पैदावार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। कहा कि कृषक मित्र और जनसेवक, कृषि कर्मी आपस में समन्वय से कार्य करें।
कहा कि बीज उन्नत किस्म के हैं और पर्याप्त रसायन से युक्त हैं जिन्हें सिर्फ बीज के रूप में ही इस्तेमाल निरापद होगा। कहा कि जिन्हें बीज दें उनकी कम से कम दो बार निरीक्षण भी जरूरी है। गेंहू के लिए प्रतापपुर, मेडो चपरखो, करोडीह और कुरहोबिन्दो को क्लस्टर बनाया गया है। मसूर के लिए चकमन्जो, पोबी, पालमो, चोरगता, गोरों, करिहारी को क्लस्टर बनाया गया है। शेष पंचायत को सरसों के लिए क्लस्टर बनाया गया है। खरीफ में जिन 74 कृषकों को धान के बीज मिले उन्हें चना प्रत्यक्षण के लिर दिए गए। विधायक ने कृषक मित्रों को पंचायत में बीज पारदर्शी तरीके से वितरण करने को कहा।
शिविर में कई लोग थे उपस्थित
विधायक की मौजूदगी में कृषक मित्रों को बीज उपलब्ध कराए गए। शिविर में सांसद प्रतिनिधि राजेन्द्र यादव, प्रमुख प्रतिनिधि रामदेव महतो, सलाहकार समिति के वकिंल विश्वकर्मा, लक्ष्मण, नरेश यादव, फरिद आलम, भाजपा नेता प्रदीप सिंह के अलावे बद्री यादव,रामकुमार वर्मा, सुदामा यादव, राजेश सिन्हा, पवन राम, सुनील द्विवेदी, रीतलाल वर्मा, रब्बुल हसन, आलम अंसारी, प्रदीप कुमार, नियामत अंसारी, देवकी यादव, शैलेश यादव, मॉसरर्फ अंसारी, तुपलाल वर्मा, मोहन दास, किशोर कुमार, सच्चिदानंद राय, विजय पासवान सहित कई कृषक मित्र उपस्थित थे। बीएओ अनिल गोस्वामी, बीटीएम पवन कुमार, एटीएम अरविंद कुमार ने बीज वितरण कार्य किया। शिविर की अध्यक्षता प्रखण्ड कृषक सलाहकार समिति के अध्यक्ष सुधीर द्विवेदी ने किया।