वन विभाग से एनओसी नहीं मिलने से बाधित है भिखी घाटी सड़क निर्माण कार्य
- एनओसी नहीं दिये जाने से ग्रामीणों में आक्रोश
- जिला प्रशासन व वन विभाग से की जल्द एनओसी देने की मांग
- सड़क निर्माण नहीं होने के कारण 15 किलोमीटर करना होता है अतिरिक्त सफर
- ग्रामीणों ने एनओसी नहीं देने पर वन विभाग के खिलाफ उग्र प्रदर्शन करने का लिया निर्णय
गिरिडीह। जिले के गावां प्रखंड में अरबों रुपए के लागत से बन रहे बलहरा-खेरडा मुख्य मार्ग में वन विभाग द्वारा एनओसी नहीं दिए जाने के कारण कंस्ट्रक्शन कम्पनी और ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। इसको लेकर मंगलवार को भिखी घाटी के समीप निर्माणधीन मंदिर में ग्रामीण व जनप्रतिनिधियों का एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों लोग उपस्थित हुए।
उपायुक्त व डीएफओ से मिलेंगे ग्रामीण
बैठक में सभी जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने जल्द से जल्द कंस्ट्रक्शन कम्पनी को वन विभाग से एनओसी दिलाने के लिए गिरिडीह उपायुक्त, गिरिडीह डीएफओ व अनुमंडल पदाधिकारी से मिलने का निर्णय लिया। साथ ही वन विभाग के द्वारा जल्द ही एनओसी नहीं दिये जाने और भिखी घाटी का निर्माण कार्य शुरू नहीं होने पर सभी गावां वन विभाग कार्यालय के समक्ष उग्र आंदोलन करने का निर्णय लिया।
2019 में ही एनओसी के लिए दिया गया है आवेदन
गौरतलब है कि कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा फरवरी 2019 में ही वन विभाग से एनओसी प्राप्त करने के लिए आवेदन दिया गया था। जिसके बाद से अब तक भिखी घाटी का सड़क का निर्माण कार्य रुका हुआ है। उक्त सड़क के जर्जर हो जाने से ग्रामीणों को 15 किलोमीटर का लंबा रास्ता सफर करना पड़ रहा है।
बैठक में थे उपस्थित
बैठक में जिला परिषद् सदस्य इमरान अंसारी, राजेन्द्र चैधरी, जमडार मुखिया प्रतिनिधि बलराम मुर्मू, बादी डीह मुखिया प्रतिनिधि विजय यादव, उप मुखिया अशोक यादव, सुरेश साव,कांग्रेस यादव,राजेश यादव,अर्जुन शर्मा समेत कई लोग उपस्थित थे।