जल जीवन मिशन के तहत बिरनी के बंगराकला पंचायत में हुआ रात्रि चाौपाल
- ग्रामीणों की समस्याओं से अवगत हुए अधिकारी
- मुख्यतः पेयजल समस्या का निदान को लेकर हुई चर्चा
गिरिडीह। जिले के बिरनी के बंगराकला पंचायत को मॉडल पंचायत के रूप में विकसित करने को लेकर राज्य सरकार के निर्णय के उपरांत जल जीवन मिशन के तहत आईइसी गतिविधि का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारियों ने पूरे पंचायत के गांवों में रात्रि चैपाल लगाकर लोगों की समस्या से अवगत हुए।
बता दें की जल जीवन मिशन के तहत पूरे देश के ग्रामीणों को 2024 तक हर घर को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का केंद्र सरकार ने निर्णय लिया हैं। इसी उद्देश्य के तहत सबसे पहले बंगराकला पंचायत का चयन किया गया। पंचायत के मुखिया देवनाथ राणा ने बताया कि रात्रि चैपाल, ग्राम सभा, भौतिक सत्यापन के तहत अधिकारियों ने घर-घर जाकर ग्रामीणों की समस्याओं को सुना व हर सम्भव निदान की बात कही। बताया कि जल जीवन मिशन के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में सबसे अधिक परेशानी पीने के पानी का रहा।
20 प्रतिशत लोगों को ही मिल रहा पीने का पानी
कहा कि चानो में करोड़ों की लागत से बने पानी टंकी से चार पंचायतों को पीने का पानी मिलना हैं, लेकिन बंगराकला पंचायत के महज 20 प्रतिशत लोगों को हीं पीने का पानी मिल पा रहा हैं। जांच में पाया गया कि बंगराकला पंचायत के कई ऐसे टोले हैं जहाँ पीने का पानी के जगह सिर्फ नल पहुंचा हुआ हैं लेकिन पानी गायब हैं। पाईप का काम में संवेदक और इंजीनियरों के द्वारा भारी गड़बड़ी की गई हैं, जिसके कारण लोगों को पानी से वंचित रहना पड़ रहा हैं। वहीं कई ऐसा टोला हैं जहाँ पाईप का भी काम नही हुआ हैं। पानी के गम्भीर समस्या को देखते हुए पंचायत के मुखिया देवनाथ राणा व अधिकारियों के सहमति पर पानी की समस्या से निजात दिलाने को लेकर ग्राम सभा के तहत मिनी जलमीनार का निर्माण करते हुए लोगों को वैकल्पिक तौर पर पानी देने का प्रस्ताव जिला प्रशासन को दिया गया।
मौके पर थे उपस्थित
मौके पर जिला सलाहकार रंजन कुमार, मुखिया संघ के जिलाध्यक्ष देवनाथ राणा विकास कुमार, विजेता कुमारी, यूनिसेफ के गजाधर सिंह, नरेश कुमार, विनायक कुमार, गौतम कुमार समेत पंचायत के सभी वार्ड सदस्य, सभी जलसहिया, ग्राम जल स्वच्छता समिति के सभी सदस्य सहित भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।