उपायुक्त के निर्देश पर स्कूल रूआर 2022 के संचालन को लेकर हुई बैठक
- बच्चों का शत प्रतिशत उपस्थिति व नामांकन सुनिश्चित कराने का दिया गया निर्देश
- सभी बच्चों की उपस्थिति ई-विद्यावाहिनी में दर्ज कराने के साथ ही नियमित अनुश्रवण कराना
- कोविड-19 के प्रभाव के डर को कम कर दैनिक पठन-पाठन सुनिश्चित कराने पर दिया गया जोर
गिरिडीह। समाहरणालय सभागार कक्ष में उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा के निर्देशानुसार शिक्षा विभाग के तहत स्कूल आर 2022 के सफल संचालन संचालन हेतु बैठक का आयोजन किया गया। उक्त अभियान का आयोजन 6 अप्रैल से 4 मई तक किया जाएगा।
बैठक के दौरान जिला स्तरीय पदाधिकारी, प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी, प्रखण्ड प्रसार पदाधिकारी, बीआरपी/सीआरपी एवं अभियान के लिए प्रतिनियुक्त पर्यवेक्षक से विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई।
बैठक के दौरान बताया गया कि विगत दो वर्षों से कोरोना महामारी के कारण 05-18 आयुवर्ग के विद्यालय से बाहर रहने वाले बच्चों आउट ऑफ स्कूल, प्रवासी परिवार के बच्चे, विशेष आवश्यकता वाले बच्चे कोरोना महामारी के कारण जिन बच्चों के माता-पिता की मृत्यु हो गई है, वैसे बच्चे स्कूल आर 2022 बैक टू स्कूल कैम्पेन मुक्त लक्ष्य समूह होंगे। इस दौरान विभिन्न बिंदुओं की गहन समीक्षा करते हुए रणनीति तैयार की गई। इसमें जिला स्तर पर बच्चों के उच्च कक्षाओं में ट्रांसिशन की स्थिति । विद्यालय से बाहर रहने वाले बच्चों आउट ऑफ स्कूल चिल्ड्रेन प्रवासी परिवार के बच्चे, विशेष आवश्यकता वाले बच्चे, कोरोना महामारी के कारण जिन बच्चों के माता-पिता की मृत्यु हो गई है। वैसे बच्चों का नामांकन आंगनबाड़ी केंद्र एवं निकटतम विद्यालयों के मध्य विभागीय समन्वय। निशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 के प्रावधान 12(1) के तहत निजी विद्यालयों के प्रारंभिक कक्षाओं में नामांकन आदि के सम्बंध में चर्चा की गई।

बैठक में प्रखंड स्तर पर 7 अप्रैल को प्रखंड विकास पदाधिकारी की अध्यक्षता में जनप्रतिनिधि, प्रखंड स्तरीय सभी विभागों के पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, मुखिया विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष बीआरपी एवं गैर सरकारी संस्थानों के प्रतिनिधियों एवं सभी प्रधानाध्यापकों बैठक आयोजित की जाएगी। 8 से 11 अप्रैल तक सभी विद्यालयों में विद्यालय के रंगरोगन, वर्ग कक्ष की मरम्मति एवं शौचालय एव पेयजल की समुचित व्यवस्था का अनुश्रवण किया जाएगा। इस दौरान सहायक परियोजना कार्यक्रम पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि अभियान के सफल संचालन के लिए प्रत्येक दिन कार्यक्रम की योजना बनाई गई है। इस दौरान बताया गया कि कार्यक्रम का अनुश्रवण जिला स्तरीय टीम द्वारा किया जाएगा। प्रत्येक पदाधिकारियों को प्रखण्ड आवंटित किए गए हैं।
प्रखंड स्तर पर संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी कार्यक्रम के नोडल पदाधिकारी होंगे। अभियान में आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिकाओं का भी सहयोग लिया जाएगा एवं आंगनबाड़ी केंद्र में आने वाले बच्चों हेतु साफ-सफाई करना सुनिश्चित की जाएगी। जन भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु विद्यालय प्रबंधन समिति के सभी सदस्य, सभी अभिभावक, माता समिति, स्वयं सहायता समूह, छात्र-छात्राओं द्वारा विद्यालयों के पोषक क्षेत्र में प्रभात फेरी का आयोजन किया जाएगा। यह प्रभात फेरी विद्यालय के पोषक क्षेत्र में विशेष कर उन टोलो/मुहल्लों में आयोजित की जाएगी। जहां के बच्चे कोरोना काल के उपरांत विद्यालय खुलने के बाद भी विद्यालय नहीं आ रहे हैं। टोलों मुहल्लों में प्रभात फेरी का आयोजन कर अभिभावकों से मिलकर बच्चों को विद्यालय भेजने हेतु प्रेरित किया जाएगा।