कोचिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया की गिरिडीह में हुई बैठक
- झारखंड के जॉइंट सेक्रेटरी बने करियर कैंपस के निदेशक राजेश सिन्हा
- जिला कमिटी का किया गया गठन, नागेन्द्र अध्यक्ष व सूरज बने सचिव
- एक दूसरे की मदद के लिए बनाया गया है संगठन: प्रदेश अध्यक्ष
गिरिडीह। मकतपुर स्थित स्मार्ट एकेडमी में एप्टा संगठन की एक आवश्यक बैठक सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता एप्टा के निशान्त भास्कर ने की। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में सीएफआई झारखण्ड प्रदेश अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह, झारखंड के जॉइंट सेक्रेट्री आरके सिंह और झारखंड के ज्वॉइंट सेक्रेट्री विकास तिवारी मौजूद थे। बैठक में सर्वप्रथम एप्टा के अधिकारियों ने पुष्प गुच्छ देकर सीएफआई के पदाधिकारियों का स्वागत किया। मौके पर करियर कैंपस के निदेशक राजेश सिन्हा को झारखंड के ज्वॉइंट सेक्रेटरी बनाया गया।
इस दौरान सर्वसम्मति से कोचिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया की जिला इकाई का गठन किया गया। कमिटी के अध्यक्ष नागेंद्र कुमार, सचिव सूरज नयन, उपाध्यक्ष अशोक गुप्ता, निशांत भास्कर, प्रणव मिश्रा व रविन्द्र विद्यार्थी, संयुक्त सचिव आलोक मिश्रा, अनिल चक्रम, मिंटू कुमार व प्रीति भास्कर, कोषाध्यक्ष दीपक श्रीवास्तव, जिला कॉर्डिनेटर उदय मुर्मू व विकास तिवारी तथा जिला कमिटी हेड का दायित्व चंचल मिश्रा, आफ़ताब आलम, शंकर कुमार, सादर दुबे व राकेश रौशन को दिया गया। जबकि जिला एक्जीक्यूटिव कमिटी में मंदीप सिन्हा, राजेश यादव व सन्दीप कुमार को शामिल किया गया।
बैठक को संबोधित करते हुए झारखंड अध्यक्ष मनोज सिंह ने कहा कि भारत स्तर पर प्राइवेट टीचर की पहचान दिलानी है, जब सब का संगठन हो सकता है तो हम सब पढ़े लिखे और गुरु का संगठन क्यों नही हो सकता। श्री सिंह ने बताया कि लगभग पूरे भारत में 4 लाख मेंबर है। कहा कि एक दूसरे को मदद करने के लिए यह संगठन बना है। शिक्षा को और बेहतर बनाने के साथ ही साथ सामाजिक गतिविधियों में भी संगठन की पहचान बनी है। वहीं झारखंड के जॉइंट सेक्रेट्री आरके सिंह व ज्वॉइंट सेक्रेटरी विकास तिवारी ने कहा कि आर्थिक आजादी भी इस संस्था से मिलेगी। बताया कि सामाजिक पकड़ भी होगा और भारत स्तर पर एक एक टीचर की पहचान होगी। अब किसी को अकेला महसूस नहीं करना है। कोरोना काल में संगठन ने बहुत बेहतर कार्य किया है जिसके सैंकड़ो उदाहरण है।
कोचिंग फैडरेशन ऑफ इंडिया के नव निर्वाचित झारखंड के ज्वॉइंट सेक्रेट्री राजेश सिन्हा ने कहा कि संगठन में चलने से ही नए नए रास्ते खुलते है। आज जो प्राइवेट टीचर है उनको सरकार कही भी नहीं रखती है और न ही उनकी बात सुनती है। आवाज दबा दी जाती है। अब ऐसा नहीं होगा, इस संगठन का फायदा यही है कि भारत स्तर के सभी शिक्षकों से जुड़ जाएंगे। साथ ही साथ आकास्मिक घटना होने पर भी आर्थिक मदद दी जाएगी। प्राइवेट स्कूल के शिक्षक हो या, डांस, म्यूजिक, पीटी के टीचर हो या घर घर पढ़ाने वाले टीचर हो या कोचिंग चलाने वाले टीचर हो, निःशुल्क इस संस्था में जुड़ सकते है। कहा कि आज प्राइवेट टीचर को बैंक लोन नहीं देती है जबकि बड़े-बड़े लोगों को बुलाकर लोन देती है। कहा कि इस संस्था में लोन देने का प्रावधान होगा, मतलब हरेक क्षेत्र में इस संगठन में जुड़ने का फायदा होगा हैं।