माले ने डीटीओ ऑफिस में आवेदन देकर वाहन जांच अभियान पर उठाये सवाल
- कहा सरकारी विभाग की गाड़ियों के साथ ही ’फैक्ट्री के वाहनों की भी हो जांच
- मोटर कामगार यूनियन मोटर वेकिल्स नियम कानून को लेकर ऑटो व टोटो चालकों को कर रहा है जागरूक
गिरिडीह। यातायात पुलिस कि द्वारा लगातार चलाये जा रहे अभियान पर सवाल खड़े करते हुए माले डीटीओ कार्यालय में आवेदन देकर सरकारी वाहनों व फैक्ट्री के वाहनों की जांच करने की भी मांग की है।
माले के विधानसभा प्रभारी राजेश सिन्हा ने कहा कि सिर्फ ऑटो-टोटो और बाइक से सरकारी फंड नहीं आ सकता है बल्कि सभी सरकारी कार्यालय के वाहनांे के साथ ही साथ फैक्ट्री की सभी गाड़ियों, स्कूल और कॉलेज की सभी गाड़ियों की जांच की जानी चाहिए। इससे अधिक फंड सरकार को प्राप्त होगा। लेकिन प्रशासन सिर्फ आम आदमी को ही परेशान कर रही है।
कहा कि वे लगातार है बैठक कर 18 साल से कम उम्र के लड़कों को सवारी वाहन नही चलाने को लेकर जागरूक कर रहें है। ऑटो और टोटो वाहन चालकों तेज गति से ड्राइव करने से मना कर रहें है। कहा कि माले का संगठन मोटर कामगार यूनियन ऑटो और टोटो चालकों को जागरूक करने के लिए बैठक कर रहें है।