जिलेभर में धूमधाम से मनाई गई महाशिवरात्रि, भक्तिमय हुआ माहौल
कोडरमा। जिला मुख्यालय स्थित ध्वजाधारी धाम के साथ साथ जिले के सभी शिवालयों, शिव मंदिरों में गुरूवार को महाशिवरात्रि पर भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। महाशिवरात्रि को लेकर पूरे अभ्रकांचल क्षेत्र में भक्ति का माहौल देखने को मिल रहा है। झुमरीतिलैया समेत जिले के विभिन्न शिवालयों में सुबह से ही महिला-पुरुष युवक-युवतियां पूजा-अर्चना करते दिखे। यह सिलसिला देर शाम तक मंदिरों में देखने को मिला। वहीं जिले के मुख्य श्रद्धिय स्थल ध्वजाधारी पर 777 सीढ़ी चढ़कर मंदिर स्थित शिवलिंग पर जलाभिषेक के लिये आसपास के जिलों के भक्त भी पहुंचे थे। यहां धतुरा, ध्वजा और त्रिशुल चढाने की परंपरा है। इस महाशिवरात्रि पर्व के दौरान मुंडन समेत अन्य कई संस्कार भी संपन्न कराए जाते हैं। शिव भक्तों में जोश-खरोश देखने को मिल रहा है।लोगों का मानना है कि महाशिवरात्रि के दिन जो शिवभक्त भगवान की सच्चे मन से पूजा-अर्चना करते हैं, उनकी मनोकामनाएं जरूर पूरी होती है।
सुरक्षा व्यवस्था थी चाक चैबंद
पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा को लेकर व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं, मजिस्ट्रेट, पुलिस पदाधिकारी और जवानों की प्रतिनियुक्ति की गयी है। महामंडलेश्वर की निगरानी में सभी कार्यक्रम संपन्न कराए जा रहे हैं। पहाड़ की चोटी पर भगवान भोले, पार्वती और हनुमान की प्रतिमा स्थापित है, जहां इन सीढियों को तय कर श्रद्धालु जलार्पण कर रहे हैं। भजन-कीर्तन, रुद्राभिषेक, शिव-पार्वती विवाह, हरि कीर्तन, पूजा-पाठ और हवन कार्यक्रम किए जा रहे हैं।
मेला में सजी दुकानें
दो दिनी मेला को लेकर आश्रम परिसर और आसपास विभिन्न प्रकार की दुकानें सजीं हैं. इनमें छोटे-बडे झूले के अलावा खिलौने, पूजन सामग्री, चाट, गोलगप्पे, इडली, ढोसा, बैलून, फलों की दुकानें शामिल हैं। डीसी रमेश घोलप ने पूछे जाने पर कहा कि मेला में कोविड के नियमों पालन का सख्ती से करने का निर्देश दिया गया है।साथ ही उन्होंने बताया कि मेला में सुरक्षा को लेकर मजिस्ट्रेट और पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है।
सरकार के दिशा निर्देश का किया जा रहा है पालन
आश्रम के महंत महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 श्री सुखदेव दास जी महाराज ने कहा कि जिला प्रशासन और सरकार के दिशा निर्देशों का पालन शिवरात्रि मेले में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस दो दिनी मेले में 24 घंटे का अखंड हरी कीर्तन शाम सात बजे से शिव-पार्वती विवाह रात्रि 12 बजे, रूद्राभिषेक भी किया जाएगा।