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फर्जी दस्तावेजों पर जमीन खरीद-ब्रिकी के मामले में गिरिडीह रजिस्ट्रार ने नगर थाना में दर्ज कराया केस

खरीदार ने दिया गलत एड्रैस और हो गया जमीन ब्रिकी, खरीदार के दस्तावेज पर विक्रेता ने दिया साथ

अर्श से फर्श पर बैठे निबंधन कार्यालय के बाबूओं व कर्मियों की एक बार फिर खुली पोल

जांच के बाद डीसी ने निबंधन पदाधिकारी को दिया केस दर्ज कराने का निर्देश

गिरिडीहः
गिरिडीह के निबंधन कार्यालय में जमीन खरीद-ब्रिकी का फर्जी मामला सामने आने के बाद डीसी राहुल सिन्हा के निर्देश पर क्रेता और विक्रेता के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। डीसी के निर्देश पर जिला निबंधन पदाधिकारी सहदेव मेहरा ने नगर थाना को लिखित आवेदन देकर फर्जी करने वाले आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। जमीन के खरीद-ब्रिकी में हुए फर्जीवाड़ा का यह मामला बेंगाबाद अचंल से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार जिस प्लाॅट को लेकर केस दर्ज कराया गया है। उस प्लाॅट की ब्रिकी कब हुई थी। यह फिलहाल स्पस्ट नहीं हो पाया है। लेकिन थाना को दिए आवेदन में अलग-अलग साल की तिथियां दर्ज है। इसे स्पस्ट है कि भूमाफिओं ने बड़े प्लानिंग के साथ और निबंधन कार्यालय के बाबूओं से सांठगांठ कर फर्जी दस्तावेजों पर जमीन का खरीद-ब्रिकी किया। इधर निबंधन पदाधिकारी के दिए आवेदन पर नगर थाना पुलिस केस दर्ज करने की प्रकिया में जुटी हुई है। पूरे फर्जीवाड़ा में दिलचस्प बात यह भी सामने आया है कि विक्रेता से जमीन खरीदने वाला खरीदार का एड्रैस भी गलत पाया गया। मतलब कि क्रय करने वाला व्यक्ति धनबाद का भी नहीं है। फिलहाल खरीदार कहां का रहने वाला है। इसकी जानकारी निबंधन कार्यालय को भी नहीं है। लेकिन खरीदार ने बड़े आसानी से गलत पत्ते का दस्तावेज जमा कर फर्जी तरीके से प्लाॅट की खरीदारी कर ली।


पाॅवर आॅफ अटाॅर्नी के माध्यम से बंेगाबाद के प्लाॅट को खरीदने की बात सामने आई है। निबंधन पदाधिकारी भी इस बात को स्वीकार रहे है कि जमीन की खरीदारी करने वाला पुरुषोतम राय ने धनबाद के कच्छैल गांव का एड्रैस देकर रजिस्ट्री कराया। जबकि जांच में पता चला कि धनबाद में कच्छैल गांव से नाम से कोई स्थान नहीं है। यही नही पुरुषोतम राय ने खरीदारी के दौरान तीन गवाहों के एड्रैस भी इसी कच्छैल गांव के नाम का दस्तावेज जमा कर निबंधन कराया। खरीद-ब्रिकी का इस फर्जीवाड़े में विक्रेता के रुप में लाभुक बेंगाबाद के सोनबाद गांव निवासी विकास सिंह और पहचानकर्ता सुरेन्द्र सिंह के मिलीभगत रही। बहरहाल, जिला निबंधन कार्यालय में फर्जी दस्तावेज और फर्जी एड्रैस के आधार पर हुए जमीन खरीद-ब्रिकी के इस गंभीर मामले ने निबंधन कार्यालय में अर्श से फर्श पर बैठे बाबूओं और कर्मियों का एक बार फिर पोल खोल कर रख दिया है।
इधर थाना को दिए आवेदन में निबंधन पदाधिकारी ने जिन आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। उसमें बेंगाबाद के विकास सिंह, सुरेन्द्र सिंह, धनबाद के कच्छैल गांव निवासी पुरुषोतम राय के अलावे गवाह राजेश सिंह, राजेश कुमार राय और बेंगाबाद के महदैया गांव निवासी गणेश मंडल, सोनबाद गांव निवासी आशीष सिंह के नाम शामिल है। थाना को दिए आवेदन में निबंधन पदाधिकारी ने क्रेता और विक्रेता पर आरोप लगाते हुए कहा कि समान्य अधिकार पत्र पाॅवर आॅफ अटार्नी दस्तावेज संख्या 5-414 को गिरिडीह डीसी के आदेश पर हुए जांच के बाद जमीन रजिस्ट्री को रद्द कर दिया गया है। जांच के आधार पर डीसी ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराने का निर्देश दिया।

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