सीसीएल जीएम कार्यालय के सामने राष्ट्रव्यापी विरोध के तहत संयुक्त मोर्चा ने दिया धरना
- कार्यक्रम में सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों का किया गया विरोध
- 26 नवंबर को किया हड़ताल का आह्वान
गिरिडीह। संयुक्त ट्रेड यूनियनों द्वारा देश स्तर पर जारी सरकार के खिलाफ आंदोलन के क्रम में गुरुवार को आहूत राष्ट्रव्यापी विरोध दिवस के तहत सीसीएल गिरिडीह एरिया महाप्रबंधक कार्यालय के सामने संयुक्त मोर्चा के बैनर तले धरना दिया गया। धरना की अध्यक्षता बीएमएस के बीबी सिंह और संचालन देव शंकर मिश्र ने किया।
धरना को मुख्य रूप से राजेश कुमार, शिवाजी सिंह, राजेश सिन्हा, तेजलाल मंडल, प्रमोद कुमार सिंह, बालकृष्ण यादव, जीवलाल बेलदार, चुड़का हांसदा, संतोष सिन्हा, मिथिलेश कुमार यादव, प्रदीप कुमार दाराद सहित अन्य वक्ताओं ने धरना को संबोधित करते हुए कोल ब्लॉकों की नीलामी प्रक्रिया को तत्काल रद्द करने, कोल इंडिया के शेयरों के विनिवेश पर रोक लगाने, सीएमपीडीआई को विभाजित कर सीआईएल से अलग करने पर तुरंत रोक लगाने, कोल इंडिया एन्यूटी स्कीम 2020 को वापस लेकर भू-आश्रितों को कानून, भू मुआवजा और नौकरी की व्यवस्था पूर्व की भांति बाहर रखने, कोयला खदानों को बंद करने का प्रबंधन का एकतरफा निर्णय वापस लेकर बंद किए गए खदानों को पुनः चालू करने, 30 वर्षों की सेवा या 50 वर्ष की उम्र होने पर जबरन सेवानिवृत्ति के आदेश को तत्काल वापस लेने, ठेका मजदूरों के लिए हाई पावर कमेटी द्वारा अनुशंसित मजदूरी एवं अन्य सुविधाएं लागू करने, कोयला कर्मियों को दुर्गा पूजा के पूर्व बोनस का भुगतान सुनिश्चित करने, मजदूरों के विरोध में लाए गए लेबर कोड के अमल पर तत्काल रोक लगाकर उन्हें वापस लेने, किसानों के अधिकार छीनने के लिए लाए गए तीनों कृषि विधेयक तत्काल वापस लेने, 2, 3 और 4 जुलाई को हुए हड़ताल में अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर मजदूरों के खिलाफ कार्रवाई करने वाले पदाधिकारियों पर कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग की।