पंचतत्व में विलिन हुए सुबे के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो
- रांची में दी गई राजकीय सम्मान के साथ श्रद्धांजली, पैतृक गांव में हुआ अंतिम संस्कार
- मुख्यमंत्री, स्पीकर सहित कई मंत्री हुए उनकी अत्ंयेष्ठी में शामिल
- टाइगर अमर रहे के नारे से गुंजा बोकारो, फुसरो और डुमरी, अंतिम दर्शन के लिए हजारों की संख्या में पहुंचे लोग
गिरिडीह। सुबे के शिक्षा मंत्री सह डुमरी विधायक जगरनाथ महतो शुक्रवार को पंचतत्व में विलिन हो गए। शुक्रवार की सुबह उनका पार्थिव शरीर चेन्नई से रांची लाया गया। जहां राजकिय सम्मान के साथ उन्हें श्रद्धांजली दिया गया। वहां से उनकी पार्थिव शरीर बोकारो, फुसरो होते हुए डुमरी अनुंमंडल कार्यालय परिसर लाया गया। जहां पूरे राजकिय सम्मान के साथ दो मीनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजली दी गई।
श्रद्धांजली के बाद उनके पैतृक गांव अलारगो के पास दामोदर नदी तट पर पूरे विधिविधान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनकी अंत्येष्ठि में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, स्पीकर रविन्द्र नाथ महतो, विधानसभा अध्यक्ष आलमगीर आलम, मंत्री बन्ना गुप्ता बादल पत्रलेख, मिथिलेश ठाकुर, सत्यांनद भोक्ता सहित कई मंत्री व पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के अलावे हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए।
इधर डुमरी अनुमंडल कार्यालय पहुंचे विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने टाईगर जगन्नाथ महतो को श्रद्धांजलि देते हुए शोक संवेदना व्यक्त की। इस क्रम में गिरिडीह उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा व एसपी अमित रेणु के अलावे सदर विधायक सुदीव्य कुमार सोनू, गांडेय विधायक सरफराज अहमद, भरकट्टा विधायक अमित यादव, कोडरमा सांसद प्रतिनिधि दिनेश प्रसाद यादव, जिला परिषद अध्यक्ष मुनिया देवी, बगोदर के पूर्व विधायक नागेंद्र महतो, डुमरी प्रमुख उषा देवी, कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सतीश केडिया, नरेश वर्मा, माले नेता पूरन महतो, राजेश यादव, राजेश सिन्हा, पप्पू खान, नागेश्वर महतो, कन्हैया सिंह आदि ने डुमरी अनुमंडल मुख्यालय पहुंचकर स्व0 महतो को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वे एक बड़े आंदोलनकारी थे। झारखंड के लिए उनका संघर्ष लंबे समय तक याद किया जाएगा। कहा कि, झारखंड विरोधी ताकतों के खिलाफ संघर्ष को आगे बढ़ाकर ही हम उन्हे सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते हैं।