दुसरी बार गिरिडीह सदर अस्पताल के पहले आईसीयू यूनिट का हुआ उद्घाटन, विधायक ने सारी व्यवस्था कर किया शुरुआत
जरुरत पड़ने पर कोरोना संक्रमित और समान्य मरीजों को भी मिलेगी सुविधा
चार बेड के आईसीयू वार्ड हुआ शुरु, गोल्डन कार्ड धारी का इलाज मुफ्त
गिरिडीहः
गिरिडीह सदर अस्पताल परिसर में दो साल के भीतर दुसरी बार पहले कोविद आईसीयू वार्ड का उद्घाटन किया गया। क्योंकि पिछले साल ही 2020 में इसी कोरोना काल के दौरान इस कोविद सेंटर का उद्घाटन विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने ही किया था। लेकिन टेक्नीशियन और चिकित्सकों के अभाव में यह शुरु नहीं हो पाया। वहीं दुसरी बार भी इसी कोरोना काल में सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू के साथ प्रभारी सिविल सर्जन डा. सिद्धार्थ सन्याॅल के अलावे चिकित्सक डा. मो. आजाद, डा. अमित गौंड़, डा. राजीव कुमार ने संयुक्त रुप से फीता काटकर किया। वैसे माना जा रहा है कि कोरोना के संभावित तीसरी लहर को देखते हुए सदर विधायक सोनू ने स्वास्थ मंत्रालय पर दबाव डालकर अस्पताल के इस आईसीयू का शुरुआत कराया। वहीं उद्घाटन के बाद अब स्वास्थ विभाग की जिम्मेवारी रहेगी कि चार बेड के सरकारी आईसीयू यूनिट की माॅनिटरिंग सही तरीके से किया जाएं। वैसे इस बार सदर विधायक सोनू ने पूरी तैयारी के साथ इस कोविद आईसीयू यूनिट का शुरुआत किया। तीन टेक्नीशियन के साथ एक आईसीयू प्रबंधक और छह नर्से मौजूद रहेगी। फिलहाल आईसीयू वार्ड फंक्शनल कर चुका है।
जबकि आईसीयू में शहर के प्रख्यात चिकित्सक डा. मो. आजाद के साथ सदर अस्पताल के चिकित्सक सह सर्जन डा. अमित गौड़, डा. राजीव कुमार, डा. रवि महर्षि भी अपनी सेवा देगें। उद्घाटन के दौरान शहर के कारोबारी ओर चैंबर के सदस्य प्रदीप अग्रवाल समेत कई मौजूद थे। हालंाकि इस इकलौते सरकारी आईसीयू यूनिट में अब भी कुछ काम शेष है। जिसमें 24 घंटे नो पाॅवरकट के लिए खास जेनरेटर की व्यवस्था शामिल है।
आईसीयू यूनिट के उद्घाटन के बाद इसके संचालन की जिम्मेवारी देने की बात कही जा रही है। लिहाजा, उद्घाटन के बाद विधायक और सिविल सर्जन डीसी से मिलकर संचालन पर खास चर्चा किया। जिसमें डीसी और विधायक ने आउटसोर्सिंग के माध्यम से आईसीयू यूनिट चलाने का निर्देश दिया। फिलहाल अभी किसी एजेंसी का चयन नहीं किया गया है। लेकिन शुक्रवार को उद्घाटन के बाद फंक्शन करने के साथ ही विधायक और डीसी ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के गोल्डेन कार्डधारी वैसे लाभुक जिन्हें आईसीयू की जरुरत होगी। उनका इलाज निःशुल्क होगा। जबकि आयुष्मान भारत योजना से वंचित जरुरतमंद मरीजों के लिए शुल्क 25 मई को अस्पताल प्रबंधन की बैठक में तय किया जाएगा। यही नही कोरोना संक्रमित और समान्य मरीजों को भी अब जरुरत पड़ने पर आईसीयू वार्ड में भर्ती कर इलाज किया जाएगा।