रुपेश हत्याकांड मामले में हेमंत सरकार के खिलाफ गिरिडीह में विरोध की चिगांरी शोला बनकर भड़की, विहिप ने दिया धरना, झामुमो, कांग्रेस की चुप्पी लोगों को लग रही नागवार
गिरिडीहः
बरही के रुपेश पांडेय हत्याकांड मामले में हेमंत सरकार का विरोध की आग अब गिरिडीह में तेज हो चुकी है। हिंदु संगठनों के साथ भाजपा भी इस मुद्दे पर हेमंत सरकार पर जमकर प्रहार कर रही है और हर रोज आंदोलन भी जिला में जारी है। शहरी क्षेत्र में विहिप के साथ भाजपा और हिंदु जागरण मंच ने जहां अलग-अलग दिनों में हेमंत सरकार का पुतला जलाया। जबकि शनिवार को भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मंराडी समेत कई भाजपा नेताओं ने बरही पहुंच कर मृतक रुपेश के परिजनों से मुलाकात किया। और भरोषा दिलाया कि किसी सूरत में भाजपा चुप नहीं बैठेगी। सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन करने का भरोषा विधायक दल के नेता मंराडी द्वारा परिजनों को दिया गया। वहीं सत्तारुढ़ दल झामुमो और कांग्रेस के साथ माले व राजद की चुप्पी भी लोगों को नागवार लग रही है। अब तक इन तीनों दलों ने जहां घटना का निंदा तक नहीं किया। वहीं मृतक रुपेश के हत्या में शामिल आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई तक का मांग भी नहीं किया। ऐसे में लोगों का आक्रोश इन तीनों दलों के खिलाफ भी स्पस्ट तौर पर नजर आ रहा है। वैसे शनिवार को ही विहिप ने शहर के अबेंडकर चाौक पर धरना देकर रुपेश के हत्या के आरोपियों को फांसी की सजा देने का मांग एक बार फिर दुहराया। धरना में विहिप नेता सह अधिवक्ता नित्यानंद प्रसाद के अलावे भाजपा नेता संदीप डंगाईच, हरमिंदर सिंह बग्गा, रविशंकर पांडेय, रीतेश पांडेय, कुंदन केसरी, आशीष कुमार, रौनक सिंह, नीलेश कुमार, मोती लाल उपाध्याय भी शामिल हुए।
इस दौरान धरने में बैठे वक्ता हेमंत सरकार पर बरसते हुए कहा कि क्या अब हेमंत सोरेन की सरकार और झामुमो-कांग्रेस समेत सेक्यूलर दलों को यह घटना माॅबलिचिंग नहीं लग रही है। बरही में मासूम रुपेश का हत्या हो जाता है और मामले को दबाने के लिए इंटरनेट बंद कर हेमंत सरकार अपनी सिर्फ नाकामी छिपा रही है। वक्ताओं ने राज्य सरकार पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि झामुमो-कांग्रेस और राजद की यह सरकार सिर्फ एक समुदाय विशेष पर मेहरबान है। इसे बहुसंख्यक समुदाय को लेकर कोई चिंता नहीं है। जिसने हेमंत सरकार पर भरोषा कर सत्ता पर बिठाया। इधर धरने में विहिप के कई नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए।