भीमा कोरेगांव हिंसा में कोलकाता के एसोसिएट प्रोफेसर को एनआइए ने किया तलब
कोलकाता। महाराष्ट्र के पुणे स्थित भीमा कोरेगांव स्मारक में वर्ष 2018 में हुए हिंसा के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने कोलकाता के इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च (आइआइएसईआर) में बतौर एसोसिएट प्रोफेसर पार्थसारथी रॉय को समन जारी किया है। प्रो राॅय के खिलाफ एनआइए की इस कार्रवाई का कोलकाता की जानी-मानी हस्तियों ने कड़ी निंदा करते हुए समन को अविलम्ब वापस लेने की मांग की है।
प्रमुख हस्तियों ने किया समन का विरोध
कोलकाता की प्रमुख हस्तियों में शामिल लेखक अरुंधति रॉय, सामाजिक कार्यकर्ता डॉ बिनायक सेन, कोलंबिया विश्वविद्यालय के प्रोफेसर पार्थ चटर्जी, फिल्म निर्माता संजय काक सहित करीब दो सौ से अधिक लोग पार्थसारथी राॅय के पक्ष में खड़े हो गए हैं। इन हस्तियों ने एक बयान जारी कर कहा है कि पार्थसारथी रॉय कोविड-19 के खिलाफ चल रही लड़ाई में फ्रंट-लाइनर हैं और नदिया जिले में सामुदायिक भागीदारी के उनके विचार को सफलतापूर्वक लागू किया गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने प्रोफेसर रॉय का नाम उन चुनिंदा विज्ञानियों में शामिल किया है, जिनसे संगठन ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए राय मांगी थी। केंद्रीय जांच एजेंसी पर प्रोफेसर रॉय को परेशान का आरोप भी उनलोगों ने लगाया है।