हैलो मैं डाॅक्टर बोल रहा हुं, आपके यहां बच्चे का जन्म हुआ है सरकार आपको पैसे देगी, साइबर अपराधी करते थे फोन, और खाते से पैसे गायब
माता-पिता से पैसे ठगने वाले 10 साइबर अपराधियों को गिरिडीह पुलिस ने किया गिरफ्तार
पैसे कमाने के लिए अपराधियों ने किया साइबर क्राइम के क्षेत्र में नया ईजाद
गिरिडीहः
गिरिडीह के साइबर थाना पुलिस ने 10 अपराधियों को गिरफ्तार किया। इनमें दो नाबालिग बताएं जा रहे है। लेकिन गिरफ्तार अपराधियों में नौ चिकित्सक की भूमिका में काॅल कर हरियाणा एक नर्सिंग होम से संपर्क कर वैसे खाता धारकों से लाखों रुपये ठगा। जिनके यहां नए बच्चे का जन्म हुआ। गिरफ्तार अपराधियों ने पूछताछ में पुलिस के पास सारे राज कबूला कि वे सभी खुद को चिकित्सक बनकर खाताधारकों को काॅल कर कहता कि हैलो मैं एक डाॅक्टर बोल रहा हुं और आपके घर में बच्चे का जन्म हुआ है। तो सरकार से सरकारी योजना के तहत राशि दिया जाएगा। काॅल करने वाले यही अपराधी खाताधारकों के खातों से पैसे उड़ा लेते। इस प्रकार अब तक इन अपराधियों ने लााखों रुपये की ठगी किया। तो गिरफ्तारी के बाद इन अपराधियों के पास से तीन लाख नगद रुपये के साथ 16 मोबाइल फोन, 31 सीम कार्ड के अलावे नौ पासबुक और एटीएम कार्ड बरामद किए गए। साइबर अपराध के क्षेत्र में अपराधियों का यह अपराध गिरिडीह जिले में बिल्कुल नया है। तो गिरफ्तार अपराधियों का आपस में एक-दुसरे से संपर्क अन्र्तराज्यी स्तर पर है। अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद प्रशिक्षु आईपीएस हारिश-बिन-जमा, साइबर डीएसपी संदीप सुमन समदर्शी ने चिकित्सक की भूमिका निभाने वाले अपराधियों के पूरे मामले को खुलासा करते हुए मंगलवार को प्रेसवार्ता के दौरान बताया। गिरफ्तार अपराधियों में पचंबा थाना इलाके के तेलोडीह के खुट्टा टोला निवासी जावेद हुसैन के साथ बेंगाबाद थाना छोटकी खरडीहा गांव निवासी पुज्जवल साव, नईयाडावर निवासी भरत मंडल, लक्ष्मण मंडल के अलावे जमुई जिला के चकाई थाना के बाराडीह गांव निवासी निवासी सरयू मंडल, हुबलाल मंडल, लूटन मंडल, विकास मंडल समेत अन्य दो नाबालिग शामिल है।
प्रेसवार्ता के दौरान प्रशिक्षु आईपीएस और डीएसपी ने बताया कि इस मामले का उद्भेदन करना ही चुनौतीपूर्ण था। क्योंकि अपराधियों तक पहुंचने के लिए एक मोबाइल नंबर तो दुसरा बैंक खाता का नंबर दिया गया था। पुलिस अधिकारियों ने यह भी बताया कि मामला हरियाणा के एक नर्सिंग होम से जुड़ा हुआ था। लिहाजा, बैंक खाते के माध्यम से अपराधियों तक पहुंचा गया। इस दौरान सबसे पहले जावेद हुसैन को गिरफ्तारी किया गया। जिसके बैंक खाते में नवजात बच्चे के माता-पिता ने सरकारी राशि के प्रलोभन में पैसे भेजे थे। जावेद से पूछताछ के आधार पर छोटकीखरगडीहा के पुज्जवल साव को दबोचा गया। जो इन नौ अपराधियों को सीम कार्ड उपलब्ध कराता था। अधिकारियों ने यह भी बताया कि जावेद हुसैन के साथ हर एक अपराधी हरियाणा के नर्सिंग होम की नर्सेज और एएनएम का नंबर तलाश कर उनसे वैसे लोगों के नंबर तलाशता। जिनके यहां नवजात की पैदाईश हुई थी। और फिर उन्हें काॅल कर खातों से पैसे उड़ाया करता था।