सीटीओ नहीं मिलने से गिरिडीह सीसीएल का बर्बाद होना तय है, जीएम और पीओ होगें जिम्मेवारः मजदूर यूनियन
जीएम और सीसीएल प्रबंधन के खिलाफ ट्रक मालिक और मजदूरों ने दिया धरना
गिरिडीहः
गिरिडीह सीसीएल के परियोजना कार्यालय के समीप गुरुवार को झारखंड कोलियरी मजदूर यूनियन ने धरना दिया। धरना में ट्रक मालिकों के साथ काफी मजदूर भी शामिल हुए। धरने का नेत्तृव ट्रक मालिक राजेन्द्र यादव कर रहे थे। वहीं धरने के दौरान मजदूर यूनियन के नेताओं ने सीसीएल प्रबंधक और जीएम पर आरोप लगाते हुए कहा कि एक साजिश के तहत सीसीएल के लाखों मजदूरों को बेरोजगार करने पर सीसीएल प्रयास कर रही है। पहले सीटीओ के अभाव में कबरीबाद खदान को बंद कराया गया। वहीं अब जिन खदानों से कोयला निकल रहा है। वहां हाईवा में पेलोडर के सहारे कोयला लोडिंग कराया जा रहा है। सीसीएल के इस रवैये से लाखों मजदूर बेरोजगार हो रहे है। धरने पर बैठे यूनियन के नेताओं ने कहा जब सालों से मजदूरों द्वारा हाईवा समेत अन्य वाहनों में कोयला लोड कराया जाता है तो फिर पेलोडर लगाने की क्या जरुरत था। साफ जाहिर है कि सीसीएल प्रबंधन साजिश कर रहा है। इस दौरान ट्रक मालिक राजेन्द्र यादव ने पीओ व जीएम पर आरोप लगाते हुए कहा कि सीटीओ के अभाव में पहले सीसीएल का कबरीबाद खदान बंद हुआ। इस खदान के बंद होने के कारण ही हजारों मजदूर और ट्रक मालिक बेरोजगार हो गए। जबकि ओपेन काॅस्ट खदान के सीटीओ की तिथि भी 31 दिसबंर तक अंतिम है। सीटीओ सीसीएल प्रबंधन को कैसे मिले, इसे लेकर जीएम और पीओ गंभीर नहीं है। लेकिन दोनों अपनी ही मनमानी कर रहे है। ओपेन काॅस्ट खदान के सीटीओ नहीं मिलने से गिरिडीह सीसीएल पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगा।