वन विभाग के एनओसी के इंतजार में बाधित है भिखी घाटी सड़क निर्माण कार्य
गावां। अरबों रुपए के लागत से बन रहे बलहारा खेरडा मुख्य मार्ग वन विभाग के एनओसी के कारण अटका पड़ा है। कंस्ट्रक्शन कम्पनी के लिए वन विभाग से एनओसी लेना परेशानी का सबब बना हुआ है। पूरी तरह से जर्जर हो चुके उक्त मार्ग पर अब आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है। इस मार्ग पर अब लोगों का चलना भी दुभर है। गौरतलब है कि बलहारा खेरडा मार्ग पर भिखी घाटी जंगल व गदर वन विभाग के अंतर्गत आता है। दोनों स्थानों के एनओसी के लिए कंस्ट्रक्शन कम्पनी ने एक वर्ष पूर्व ही आवेदन दिया था। लेकिन वन विभाग की लापरवाही से यहां के लोगों को ढाई किमी का सफर 25 किमी में करना पड़ रहा है।
एनओसी मिलते ही होगा निर्माण कार्य
निर्माण कार्य में लगी एमएस कंस्ट्रक्शन कम्पनी के कर्मचारी तौसीफ ने बताया कि कम्पनी के द्वारा एक वर्ष पूर्व ही वन विभाग को एनओसी के लिए आवेदन दिया गया है। मगर अब तक उन्हें एनओसी नहीं मिल पाया है। जिसकी वजह से भिखी घाटी में 2.5 किलोमीटर और गदर गांव के समीप लगभग 1 किलोमीटर सड़क निर्माण कार्य रुका पड़ा हुआ है। जैसे ही वन विभाग द्वारा उन्हें एनओसी मिलती है कम्पनी द्वारा सड़क निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
ग्रामीणों ने दी आंदोलन की चेतावनी
इस संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि जब बलहरा खेरडा मार्ग बनने की खबर मिली तो सभी काफी खुश थे। लेकिन वन विभाग की लापरवाही के कारण एक वर्ष से अधिक समय गुजर जाने के बाद भी नए राह मयस्सर नहीं हो पाए हैं। भिखी घाटी जंगलों में रुके हुए सड़क निर्माण कार्य और मार्ग के जर्जर हो जाने से उन्हें 20 किलोमीटर ज्यादा सफर करना पड़ता है। और अगर वे जर्जर मार्ग का प्रयोग करते है तो उन्हें दुर्घटना ग्रस्त हो जाने की आशंकाएं बनी रहती है। ग्रामीणों ने वन विभाग के पदाधिकारियों मार्ग का निर्माण जल्द करवाने की अपील की। कहा कि अगर मार्ग नहीं बना तो वे लोग आंदोलन को बाध्य हो जाएंगे।