डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों को सरकारी आवास की सुविधा नही
- स्वास्थ्य कर्मियों के साथ ही चिकित्सकों को होती है परेशानी
गिरिडीह। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गावां के डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियो को सरकारी आवास की सुविधा नही रहने से परेशानी का सामना करना पड़ता है। डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी को तो दिक्कत होती है सीएचसी के मरीजों को भी परेशानी होती है। सीएचसी के सभी डॉक्टर व कर्मी सरकारी आवास के आभाव में प्रखंड के विभिन्न वार्डों में किराए के मकान रहते है। अस्पताल से सबका आवास काफी दूर है। जबकि डॉक्टर व कर्मियों को सीएचसी परिसर में रहना चाहिए।
हांलाकि डॉक्टर को एक माह में पद्रह सौ रुपया व स्वास्थ्यकर्मी को एक हजार रुपया प्रतिमाह स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिया जाता है। लेकिन डाक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि इतनी कम राशि में किराए पर मकान नही मिलता है। वही अनुबंध स्वास्थ्य कर्मियो को सरकार तरफ से आवास के नाम पर पैसा भी नही मिलता है।
इसके अलावे प्रखण्ड के विभिन्न वार्डाे में किराए पर रहने में असुरक्षित भी रहते है। रात्रि में अस्पताल आने व जाने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। रात में अचानक मरीज पहुँचने से डॉक्टर को हॉस्पिटल पहुँचने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
आयुष चिकित्सक डॉ हबीबुल्लाह खान ने बताया कि सीएचसी कैम्पस में अगर स्वास्थ्य कर्मियांे व डॉक्टरों के लिए आवास बन जाता है, तो यहां रहने से मरीजों को काफी सहूलियत होता। कई बार आवास से हॉस्पिटल पहुँचने में देर हो जाने पर मरीजांे के परिजन आक्रोश हो जाते है। सीएस व सरकार से मांग करते है कि गावां सीएचसी कैम्पस में कर्मियो को रहने के लिए आवास बनाया जाए।