उपायुक्त ने हरी झंडी दिखाकर किया नाबार्ड प्रायोजित मोबाइल वैन को रवाना
- सुदुर्वर्ती गाँवों में लोगों को दी जायेगी बैंकिंग संबंधित सुविधायें
गिरिडीह। उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने बुधवार को झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक (जेआरजीबी) के मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर समाहरणालय परिसर से रवाना किया। मोबाइल वैन के ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर ग्रामीणों को बैंक कार्य से संबंधित बचत खाता खुलवाना, सामाजिक सुरक्षा बीमा, नगद लेन-देन, विभिन्न प्रकार के ऋण के बारे में जानकारी प्राप्त करना और इसके साथ ही इस मोबाइल वैन में मोबाईल रिचार्ज, बिजली बिल भुगतान, बीमा राशि का भुगतान सहित कई प्रकार के लाभ मिलेंगे। साथ ही साथ सरकार द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी दी जाएगी।
मौके पर उपायुक्त श्री लकड़ा ने कहा कि नाबार्ड प्रायोजित वित्तिय समावेशन फण्ड (एफआईएफ) के अंतर्गत जेआरजी बैंक ने वित्तिय साक्षरता के लिए एक मोबाइल वैन तैयार किया है, जो सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को बैंक से जोड़ने का काम करेगा और ग्रामीणों तक अधिकतम वित्तिय लाभ पहुँचाएगा। उपविकास आयुक्त शशि भूषण मेहरा ने झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक के पहल की सराहना करते हुए कहा कि ग्रामीण बैंक संचालित मोबाइल वैन “बैंक ऑन व्हील्स” साबित होगी जो ग्रामीण आबादी के दरवाजे तक बैंकिंग सुविधाओं का विस्तार करेगी।
डीडीएम नाबार्ड आशुतोष प्रकाश ने कहा कि मोबाइल वैन के पूंजीगत व्यय को पूरा करने के लिए नाबार्ड क्षेत्रीय कार्यालय राँची द्वारा वित्तिय समावेशन फण्ड के तहत जेआरजीबी को कुल 15 लाख रुपये की अनुदान सहायता प्रदान की गई है, जिससे ज़िले के सुदुर्वर्ती क्षेत्रों में बैंकों की पहुँच एवं वित्तीय समावेशन के उद्देश्यों को बढ़ावा मिलेगा।
इस बाबत झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक विजय प्रकाश ने कहा कि जेआरजी बैंक ने इस वित्तिय वर्ष को वित्तिय समावेशन वर्ष घोषित किया है। ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय साक्षरता के लिए बैंक अनेक प्रयास कर रहा है जिससे कि राज्य के अंतिम व्यक्ति तक बैंक की सुविधा को पहुँचाया जा सके। बताया कि इस मोबाइल वैन में वह सारी सुविधा प्राप्त होगी जो अबतक बैंक के शाखा में जाने के बाद प्राप्त होती थी।
मौके पर वरीय प्रबंधक कमल किशोर, प्रदीप कुमार बर्णवाल, वित्तीय साक्षरता प्रबंधक उत्तम कुमार मिश्रा सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे।