ओपेनकाॅस्ट खदान को मिला सीटीओ, मंगलवार से दुबारा शुरु हो सकता है उत्पादन
खदान प्रबंधक ने जताई चिंता कहीं फिर शुरु नहीं हो जाएं उत्पादन किए हुए कोयले की चोरी
गिरिडीहः
ओपेनकाॅस्ट खदान को कंसर्ट टू आॅपरेट सीटीओ सोमवार दोपहर को मिल गया। गिरिडीह के सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने खदान को सीटीओ दिलाने में महत्पूर्ण भूमिका निभाया। क्योंकि तीन दिन पहले ही विधायक और एरिया बोर्ड के महाप्रबंधक के बीच बैठक हुआ। जिसमें सोमवार तक राज्य सरकार के अधीन प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड ने परियोजना कार्यालय को व्हाटसअप पर सीटीओ भेजा। सीटीओ मिलने से ही ओपेनकाॅस्ट खदान के कर्मियों के साथ लोकल सेल, लोडिंग के कार्य में लगे मजदूरों और ट्रक मालिकों में खुशी भी दिखा कि अब कोयला से जुड़े कारोबारियों को कोई समस्या नहीं होगी। यहां तक कि पिछले 20 दिनों से खदान में बंद पड़े मशीन और कई भारी-भरकम वाहनों का परिचालन शुरु होगा। जिनके बलबूते खदान से हर रोज करीब नौ सौ टन कोयले का उत्पादन किया जाता है। जिसे कोल इंडिया को सलाना करोड़ो का राजस्व मिलता है। इधर सीटीओ मिलने के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि मंगलवार से खदान में उत्पादन दुबारा शुरु हो सकता है। सीटीओ मिलने के बाद ही ओपेनकाॅस्ट के खदान प्रबंधक अनिल दास ने कहा कि उत्पादन संभवत मंगलवार से शुरु होगा। इसके लिए ट्रक मालिकों के साथ पहले बैठक किया जाएगा। जिसमें सहमति तय होगी, कि उत्पादन का कोयले का उठाव तय समय पर पहले की तरह जारी रहे। वैसे खदान प्रबंधक की चिंता अपनी जगह एक प्रकार सही भी है क्योंकि खदान के कर्मियों और इलाके के सफेदफोश के साथ मुफ्फसिल थाना पुलिस के संरक्षण में हर रोज चोर जिस प्रकार कोयले की चोरी कर लेते है। उसे रोकना भी सीसीएल प्रबंधन के लिए अब तक चुनौती ही रही है।
वैसे तीन दिन पहले हुए बैठक में खुद महाप्रबंधक मनोज अग्रवाल भी सदर विधायक सोनू के मौजदूगी में स्वीकार कर चुके है कि गिरिडीह के कबरीबाद और ओपेनकाॅस्ट खदान से लगातार कोयले की चोरी हो रही है। यही नही इन खदानों से सीसीएल के कर्मियों के मिलीभगत से सरकार को मिलने वाले राजस्व में कोयला चोर इलाके के सफेदफोश संरक्षक और पुलिस के मिलीभगत से चूना लगा रहे है। लिहाजा, खदान प्रबंधक ने सीटीओ मिलने के बाद योजना बनाया है कि अब उत्पादन के बाद कोयले का स्टाॅक नहीं रखकर उसे तुंरत डिस्पैच किया जाएगा।