कोयले की आपूर्ति में आएं कमी ने कोडरमा और झुमरी तिलैया का बिजली किया गुल, रविवार को हुई सबसे अधिक परेशानी
कोडरमाः
कोयले की आपूर्ति की कमी का असर पाॅवर प्लांटो में दिखना शुरु हो गया है। नवरात्र के मौके पर कोडरमा में पाॅवरकट शुरु हो चुका है। बिजली कटौती का हाल ऐसा है कि पूरे कोडरमा में 24 घंटे में 14 घंटे की बिजली आपूर्ति हो रही है। तो इसका सीधा असर पेयजलापूर्ति योजना पर पड़ रहा है। वैसे बकाया भुगतान नहीं होने के कारण ही पीएचईडी के 34 आउटसोर्सिंग कर्मियों ने रविवार से हड़ताल शुरु कर दिया था। लेकिन पीएचईडी के अधिकारियों और कर्मियों के बीच हुए वार्ता और एक माह के वेतन भुगतान के बाद कर्मी दुबारा काम पर लौट गए। लेकिन पीएचईडी के अधिकारियों को भय इस बात का भी है कि अगर बिजली आपूर्ति ऐसे ही रही। तो पेयजलापूर्ति में समस्या होना तय है। क्योंकि पिछले कुछ दिनों से बिजली आपूर्ति ने बच्चों की पढ़ाई प्रभावित किया है। तो कारोबारियों को भी परेशानी उठानी पड़ रही है। कारोबारियों को अब दुकान चलाने के लिए ही जेनरेटर का सहारा लेना पड़ रहा है। लिहाजा, लोग अब सोशल मीडिया में कोडरमा सांसद सह केन्द्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी समेत स्थानीय जनप्रतिनिधियों के खिलाफ जमकर भड़ास भी निकाल रहे है। जनप्रतिनिधियों के खिलाफ सोशल मीडिया में केन्द्रीय मंत्री जहां लोगों के टारगेट पर है तो स्थानीय जनप्रतिनिधियों पर भी खूब भड़ास निकाला जा रहा है। वैसे कोडरमा के झुमरी तिलैया का हाल भी बेहद खराब ही है। क्योंकि बिजली कटौती तो रविवार को भी जारी रहा। तो तकनीकि खराबियों का हवाला देकर सारा दिन पाॅवरकट होता रहा। इस दौरान जब बिजली बोर्ड के कार्यपालक अभियंता प्रमोद तिवारी से कारण पूछा गया। तो कार्यपालक अभियंता ने तर्क देते हुए कहा कि डीवीसी हर रोज तीन घंटे की बिजली कटौती कर रहा है। तो नवरात्र को देखते हुए निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए उपकरणों को भी दुरुस्त किया जा रहा है।